लोकसभा चुनाव में लोकतंत्र की जीत हुई। तीसरे चरण ( 23 अप्रैल) को उत्तर प्रदेश से एक खबर आई है, जो लोकतंत्र में आपके यकीन को और पुख्ता कर देगी।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक युवक की कुछ लोगों ने 2-3 दिन पहले ही बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस हत्या के विरोध में मृतक बुलाकी सिंह के गांव के लोगों ने तीसरे चरण में मंगलवार को होने वाले लोकसभा चुनावों की वोटिंग का बहिष्कार करने का फैसला लिया था।
लोकसभा चुनाव में लोकतंत्र की जीत
हालांकि, मृतक की विधवा ने मुन्नी देवी ने अपने गांव की तरफ से पहला वोट डालकर लोकतंत्र में लोगों की आस्था को कायम रखा। इसके बाद पूरे गांव ने मतदान किया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिजनौर के गांव मुकंदपुर राजमल के रहने वाले बुलाकी सिंह की रविवार को कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद गांव में व्यापक विरोध हुआ और वहां दुकानें तक बंद रहीं। मंगलवार को गांव में बने मतदान स्थल पर जब कोई ग्रामीण वोट देने नहीं आया तो इसकी सूचना जिले के अधिकारियों को दी गई।
मतदान के लिए डीएम और एसपी ने मनाया
बिजनौर के डीएम और एसपी ने घंटों तक ग्रामीणों को मनाया, जिसके बाद पहला वोट पड़ पाया। यहां खास बात यह रही कि मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले इस गांव का पहला वोट मृतक की विधवा मुन्नी देवी ने डाला, जबकि उनके पति का अंतिम संस्कार भी नहीं हुआ था।
इस तरह से लगभग डेढ़ बजे के आसपास मतदान शुरू हुआ और 7:15 तक वहां लगभग 60 प्रतिशत मतदान हो चुका था। दूसरी तरफ, पुलिस अभी भी बुलाकी सिंह के हत्यारों की तलाश कर रही है। पुलिस ने धारा 302 और 307 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और हत्यारों की तलाश कर रही है।