मायावती का आखिरी चरण की वोटिंग से पहले नया दांव, कहा- 'डूब रही है मोदी की नैया, RSS छोड़ चुका है साथ'
By स्वाति सिंह | Published: May 14, 2019 11:11 AM2019-05-14T11:11:05+5:302019-05-14T11:11:59+5:30
पीएम मोदी पर हमला करते हुए मायावती ने लिखा 'पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा ) प्रमुख मायावती ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। मायावती ने लिखा कि आरएसएस ने अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का साथ छोड़ दिया है।
मायावती ने लिखा 'पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं।'
उन्होंने आगे लिखा 'जनता को वरगलाने के लिए देश ने अबतक कई नेताओं को सेवक, मुख्यसेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है। अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए। जनता ने ऐसे बहरुपियों से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं। ऐसा साफ लगता है।'
BSP Chief Mayawati: PM Modi's government is losing this election, it appears that even RSS has stopped supporting them. In view of unfulfilled election promises & the public agitation, their swayamsevaks are not being seen putting in the work, it has made Shri Modi nervous. pic.twitter.com/u5EFsCITDD
— ANI UP (@ANINewsUP) May 14, 2019
इसके साथ ही मायावती ने विपक्षी पार्टियों द्वारा चुनाव प्रचार करने के ढंग की भी आलोचना की। उन्होंने लिखा 'रोडशो व जगह-जगह पूजा-पाठ एक नया चुनावी फैशन बन गया है जिसपर भारी खर्चा किया जाता है। आयोग द्वारा उस खर्चे को प्रत्याशी के खर्च में शामिल करना चाहिये और यदि किसी पार्टी द्वारा उम्मीद्वार के समर्थन में रोडशो आदि किया जाता है तो उसे भी पार्टी के खर्च में शामिल किया जाना चाहिये।'
Bahujan Samaj Party (BSP) Chief Mayawati: During a ban on a candidate for violating Model Code of Conduct (MCC), if they go to a public place or offer prayers at a temple & it is shown in media, it should be stopped. Election Commission should take action on it. https://t.co/5wUQ3zASSy
— ANI UP (@ANINewsUP) May 14, 2019
उन्होंने लिखा 'किसी भी उम्मीदवार को आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चुनाव प्रचार पर बैन लगाने के दौरान यदि वह आम स्थान पर मन्दिरों आदि में जाकर पूजा-पाठ आदि करता है व उसे मीडिया में बड़े पैमाने पर प्रचारित किया जाता है तो उस पर भी रोक लगनी चाहिये। आयोग इसपर भी कुछ कदम जरूर उठाए।'