लोकमत संसदीय पुरस्कार (2019) समारोह की तीसरी श्रृखंला का आयोजन आज होने जा रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली के 15 जनपथ रोड स्थित भीम हॉल, डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में होगा। इसके तहत लोकसभा और राज्यसभा के उन चुनिंदा सांसदों को पुरस्कृत किया जाएगा जिनका प्रदर्शन उत्तम रहा। पुरस्कृत होने वाले सांसदों का चयन लोकमत की चयन समिति (ज्यूरी) ने किया है। ये कार्यक्रम शाम 6.30 बजे से शुरू होगा।
लोकमत ग्रुप पिछले तीन साल से इन अनूठी पहल को साकार रूप दे रहा है। इस अवॉर्ड की शुरुआत 2017 में की गई थी और फिर साल 2018 में भी उत्कृष्ट सांसदों को सम्मानित किया गया। आईए, एक नजर डालते हैं कि इससे पूर्व के आयोजन में किन-किन सांसदों को सम्मानित किया गया।
पिछले दो साल में पुरस्कृत होने वाले सांसद
पिछले साल यानी 2018 में मुरली मनोहर जोशी, शरद पवार, निशिकांत दुबे, गुलाम नबी आजाद, रमा देवी, कनीमोझी, हेमामालिनी, छाया वर्मा को पुरस्कृत किया गया था। वहीं, 2017 में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, शरद यादव, एन.के. प्रेमचंदन, सीताराम येचुरी, सुष्मिता देव, जया बच्चन, मीनाक्षी लेखी और रजनी पाटिल को पुरस्कृत किया गया।
इन ज्यूरी ने किया इस बार पुरस्कृत होने वाले सांसदों का चयन
पुरस्कृत किए जाने वाले सांसदों के चयन के लिए जो चयन समिति (ज्यूरी) गठित इस बार गठित की गई थी उसमें शरद पवार (अध्यक्ष), सुभाष सी. कश्यप (सह-अध्यक्ष), लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, बीजेपी सांसद सी. आर. पाटिल, आरएसपी सांसद एन.के. प्रेमचंदन, अकाली दल के सांसद नरेश गुजराल, बीजेपी महासचिव एवं सांसद सरोज पांडे, पूर्व सांसद और लोकमत समूह के एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन व पूर्व सांसद विजय दर्डा, नेटवर्क 18 के प्रबंध निदेशक राहुल जोशी, हिंदी हिंदुस्तान के मुख्य संपादक शशि शेखर और लोकमत के राष्ट्रीय संपादक तथा चयन मंडल के सचिव हरीश गुप्ता शामिल हैं।
बता दें कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू उत्कृष्ट सांसदों को पुरस्कृत करेंगे। चयन मंडल ने 780 से अधिक सांसदों के लेखा-जोखा का विश्लेषण किया जिसमें सांसदों ने कितनी चर्चाओं में हिस्सा लिया, संसदीय कार्य में उनकी भागीदारी एवं उपस्थिति, सदन में कितने प्रश्न उठाए जैसे महत्वपूर्ण बिंदु शामिल थे। गहन परीक्षण के बाद आठ सांसदों को विभिन्न वर्गों में पुरस्कृत करने के लिए चयनित किया गया।