Lokmat Parliamentary Awards 2018: लोकमत संसदीय पुरस्कार का यह दूसरा वर्ष है. इसके साथ ही लोकमत के दिल्ली संस्करण की पहली सालगिरह पर पुरस्कार वितरण से पूर्व 'राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों की दस्तक' विषय पर 'लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव' का आयोजन किया गया है.
ठळक मुद्दे'राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों की दस्तक' विषय पर लोकमत कॉन्क्लेव का आयोजन लोकमत के दिल्ली संस्करण की पहली सालगिरह पर पुरस्कार वितरण से पूर्व 'राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों की दस्तक' विषय पर 'लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव' का आयोजन किया गया है.
लोकतंत्र की मजबूती में अहम योगदान देने वाले दिग्गजों को सम्मानित करने के लिए 'लोकमत संसदीय पुरस्कार' (Lokmat Parliamentary Awards 2018) समारोह का आयोजन गुरुवार को किया गया है. उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के हाथों दिए जाने वाले पुरस्कार समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे.
समारोह 15, जनपथ पर स्थित डॉ. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर के सभागृह में शाम 5:30 बजे से शुरू होगा. इसके अलावा 'लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव' का आयोजन दोपहर 2:00 बजे से शुरू होगा।
लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव (Lokmat National Conclave) का भी होगा आयोजन
लोकमत के दिल्ली संस्करण की पहली सालगिरह पर पुरस्कार वितरण से पूर्व 'राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों की दस्तक' विषय पर 'लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव' का आयोजन किया गया है.
दोपहर 2:00 बजे से शुरू होने वाली कॉन्क्लेव में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से विशेष बातचीत का जिम्मा वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा तथा बरखा दत्त संभालेंगी.
लोकमत संसदीय अवार्ड (Lokmat Parliamentary Awards 2018) में ये आठ सांसद होंगे सम्मानित
लोकमत संसदीय पुरस्कार के विजेता निर्णायक मंडल द्वारा चुने गए, जीवन गौरव पुरस्कार : राकांपा अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार (राज्यसभा), पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी (लोकसभा). उत्कृष्ट सांसद के रूप में राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद तथा लोकसभा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का चयन किया गया.
इसके साथ ही उत्कृष्ट कामकाज के लिए महिला सांसद कानीमोझी, हेमामालिनी, रमा देवी तथा छाया वर्मा को 'लोकमत संसदीय पुरस्कार' से उपराष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किया जाएगा.
लोकमत संसदीय पुरस्कार का यह दूसरा वर्ष है. पुरस्कार पाने वाले सांसदों का चयन का जिम्मा निर्णायक मंडल को सौंपा गया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने निर्णायक मंडल की अध्यक्षता की.
गणमान्यों में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत राय, लोकसभा के पूर्व महासचिव डॉ. सुभाष कश्यप, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, वरिष्ठ पत्रकार व पूर्व सांसद एच.के. दुआ, भाकपा नेता व सांसद डी. राजा, इंडिया टीवी के चेयरमैन व संपादक रजत शर्मा तथा लोकमत एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन व पूर्व सांसद विजय दर्डा शामिल थे.
लोकमत के नेशनल एडिटर हरीश गुप्ता ने निर्णायक मंडल के सचिव का जिम्मा संभाला. निर्णायक मंडल के अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने जीवन गौरव पुरस्कार के लिए स्वयं के नाम के चयन का विरोध किया, लेकिन निर्णायक मंडल ने इस विरोध को खारिज कर उनका चयन किया. बता दें कि इस दौरान हुई चर्चा में डॉ. जोशी अनुपस्थित रहे.