लोकसभा चुनाव: बदलने लगे MP में राजनीतिक समीकरण, BJP के बागी नेताओं ने खोला पार्टी के खिलाफ मोर्चा
By राजेंद्र पाराशर | Published: January 29, 2019 08:18 AM2019-01-29T08:18:08+5:302019-01-29T08:18:08+5:30
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019| General Election 2019): मध्यप्रदेश भाजपा में विधानसभा चुनाव के वक्त टिकट कटने से नाराज रहे बाबूलाल गौर से हाल ही में कांग्रेस नेताओं की मुलाकात के बाद भाजपा में उनकी बढ़ी पूछ-परख को देख अब बागी रहे सरताज सिंह और रामकृष्ण कुसमरिया ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला है. सरताज ने सोमवार को सीधा हमला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बोला.
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की आहट को देखते हुए राजनीतिक समीकरण भी बदले-बदले नजर आ रहे हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर के बाद अब बागी रामकृष्ण कुसमरिया और सरताज सिंह ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला है. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के उपेक्षा के शिकार इन नेताओं की अचानक सक्रियता ने भाजपा की परेशानी को फिर बढ़ाया है.
मध्यप्रदेश भाजपा में विधानसभा चुनाव के वक्त टिकट कटने से नाराज रहे बाबूलाल गौर से हाल ही में कांग्रेस नेताओं की मुलाकात के बाद भाजपा में उनकी बढ़ी पूछ-परख को देख अब बागी रहे सरताज सिंह और रामकृष्ण कुसमरिया ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला है. सरताज ने सोमवार को सीधा हमला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बोला.
उन्होंने भाजपा की मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हुई हार के लिए मोदी को जिम्मेदार ठहराया. सरताज ने साफ कहा कि मध्यप्रदेश में भाजपा की हार के लिए शिवराज सिंह चौहान जिम्मेदार नहीं है, बल्कि मोदी की नीतियां जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हार के लिए नोटबंदी और जीएसटी प्रमुख कारण रहे. मोदी से जो अपेक्षा थी उस पर भी वो 15-20 प्रतिशत ही पूरी कर पाए. उन्होंने कहा कि यह बात मैं लोगों के फीडबैक के आधार पर यह कह रहा हूं. जब मोदी का नाम नहीं था तब मैं उनका समर्थक था. लोकसभा में मध्यप्रदेश में भाजपा 12-13 सीट पर सिमट जाएगी, बदलाव तो आएगा.
उल्लेखनीय है कि सरताज सिंह को विधानसभा चुनाव में जब टिकट नहीं मिला तो वे बागी हो गए थे और कांग्रेस के टिकट पर होशंगाबाद से चुनाव लड़ गए थे. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा. वे एक बार फिर लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरने को तैयार नजर आ रहे हैं, हालांकि अभी कांग्रेस की ओर से उन्हें किसी तरह का कोई आश्वासन नहीं मिला है.
'कांग्रेस की ओर से हुई टिकट की पेशकश'
सरताज के बाद पूर्व मंत्री और भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़े रामकृष्ण कुसमरिया ने भी आज राजधानी भोपाल आकर वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर से उनके निवास पर मुलाकात की. कुसमरिया ने भी कांग्रेस से टिकट का आफर मिलने की बात कहकर सियासी पारे को गरमा दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए टिकट की पेशकश की गई है.
जिस पार्टी की ओर से सम्मानजनक स्थिति उन्हें नजर आएगी, उस पार्टी के वे प्रत्याशी होंगे. उन्होंने कहा कि वे बुंदेलखंड की किसी भी सीट से या फिर जबलपुर से चुनाव लड़ सकते हैं. भाजपा में अपनी उपेक्षा से नाराज कुसमरिया ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के लिए शिवराजसिंह चौहान को जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह ने मनमाने तरीके से काम किया,जिसका परिणाम हार के रुप में मिला. उन्होंने कहा कि मैंने विधानसभा चुनाव में 5 अलग-अलग स्थानों से टिकट देने की मांग की थी, मगर मेरी उपेक्षा की गई, परिणाम यह निकला की भाजपा को 11 स्थानों पर हार का सामना करना पड़ा. गौर से मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा कि गौर साहब ने ही राजनीति के क्षेत्र में उन्हें बढ़ाया है, इसलिए उनसे मिलने के बाद उन्हें ऊर्जा मिलती है.