Lok Sabha Elections 2024: "उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर भाजपा को हराएंगे", सपा नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 1, 2023 01:21 PM2023-11-01T13:21:40+5:302023-11-01T13:33:25+5:30
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में कमर कसनी शुरू कर दी है। सपा ने ऐलान किया है कि वो यूपी की सभी 80 सीटों पर भाजपा को हरायेगी।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में कमर कसनी शुरू कर दी है। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से मात खाने वाली सपा ने ऐलान किया है कि वो आगामी आम चुनाव में भाजपा को एक भी लोकसभा सीट नहीं पाने देगी।
समाचार एजेंसी एएनएआई के मुताबिक सपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र चौधरी ने बुधवार को कहा कि लोकसबा चुनाव को लेकर सपा का लक्ष्य तय हो गया है और हम उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर भारतीय जनता हराएंगे।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजेंद्र चौधरी ने कहा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 'पीडीए' (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्याक) का नारा दिया है।
उन्होंने कहा, "अखिलेश यादव 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करेंगे। उन्होंने 'पीडीए' का नारा दिया है। यूपी में हम लगातार खुद को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी का लक्ष्य राज्य की सभी 80 सीटों पर भाजपा को हराना है।"
सपा नेता चौधरी का यह बयान इस कारण से महत्वपूर्ण है क्योंकि सपा आगामी 17 नवंबर को मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर समझौता करने में नाकाम रही। इस कारण माना जा रहा है कि सपा यूपी में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ बदला चुकता कर सकती है।
कांग्रेस और सपा में मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर खटास इस कदर बढ़ गई कि एक तरफ कमलनाथ ने '
'अखिलेश-वखिलेश' कह दिया। वहीं अखिलेश यादव ने भी यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय राय को 'चिरकुट' कह दिया।
मध्य प्रदेश चुनाव में कथित तौर पर सीट समझौता न होने से नाराज अखिलेश यादव ने कहा, "मैं कांग्रेस से कहना चाहता हूं कि अपने 'चिरकुट' नेताओं के जरिए हमारी पार्टी के बारे में बात न करें।"
अखिलेश यादव ने कहा था, "अगर कांग्रेस मध्य प्रदेश में सीटें नहीं देना चाहती थी, तो उन्हें यह पहले ही कहना चाहिए था। आज सपा अकेले लड़ रही है। अगर मुझे पता होता कि इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है, तो मैं और भी विचार करता। अगर कांग्रेस इसी तरह व्यवहार करती रही तो भला उनके साथ कौन खड़ा होगा?"