पटनाः जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आज कहा कि उन्हें मंत्री बनने की कोई लालच नहीं है। उन्होंने कहा कि वह केंद्र में मंत्री थे और उन्हें मंत्रिमंडल से किसने हटाया नहीं था बल्कि सम्मान के साथ समझौता नहीं किया और खुद ही हट गए थे।
आज फेसबुक और ट्विटर पर बयान जारी कर उन्होंने कहा कि कान खोलकर सुन लें, राज्य में मंत्री न अभी बनना था और न कभी भविष्य में ऐसी चाहत है। उपेंद्र ने कहा कि मेरे लिए मिशन 2024 के अलावा और कुछ नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि पहले खबर फैलाई गई कि उपेंद्र कुशवाहाबिहार सरकार में मंत्री बनेंगे।
फिर कहा जा रहा है कि मंत्री नहीं बनने से नाराज हैं। अरे भाई, आपको मालूम है न, मैं तो भारत सरकार में मंत्री था। वहां से किसी ने हटाया नहीं था मुझे। सम्मान पर पड़ा, मैंने स्वयं इस्तीफा दे दिया। जब भारत सरकार में मंत्री की कुर्सी ने मुझे नहीं ललचाया, तो राज्य सरकार में मंत्री बनना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है क्या..!
उन्होंने आगे लिखा है कि अपने नेता और पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के मिशन में लगा हूं और दिन-रात लगा रहूंगा। फिलहाल एक सूत्री संकल्प सिर्फ और सिर्फ यही है। बस और कुछ नहीं। बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के खिलाफ अगर कोई भी पक्ष के तौर पर चेहरा सामने होगा तो वह नीतीश कुमार का होगा।
बिहार से इसकी रूपरेखा तय की जा रही है और अब इसे अमलीजामा पहनाने के लिए उपेंद्र कुशवाहा जी जान से जुटे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि बिहार में कैबिनेट विस्तार के पहले ही कुशवाहा दिल्ली चले गए थे। जबकि कुशवाहा की सफाई लगातार आती रही है कि वह मंत्रिमंडल और सरकार से कोई नाराज नहीं है।