भुवनेश्वर: भाजपा नेता संबित पात्रा की टिप्पणी कि "भगवान जगन्नाथ मोदी के भक्त हैं" पर नाराजगी के बाद उन्होंने तीन दिनों तक उपवास करके प्रायश्चित करने की घोषणा की है। जिस पर बीजेडी नेता वीके पांडियन ने व्यंग्य भरे लहजे में कहा कि उन्हें उपवास रखने की जरूरत नहीं, वो अपना ध्यान रखें और ठीक से खाना खाएं।
पांडियन का बयान तब आया है, जब भाजपा नेता और पार्टी के पुरी लोकसभा उम्मीदवार संबित पात्रा ने स्पष्ट किया कि विवादित टिप्पणी के वक्त "जुबान फिसल गई" थी और उन्होंने मंगलवार से तीन दिनों तक उपवास रखकर प्रायश्चित करने की भी घोषणा की है।
पात्रा के उपवास का जिक्र करते हुए पांडियन ने एएनआई से कहा, ''मुझे लगता है कि उन्हें अपना ध्यान रखना चाहिए, बहुत ज्यादा गर्मी और धूल है। उन्हें ठीक से खाना चाहिए। चुनाव से तीन दिन पहले उन्हें बेहोश नहीं होना चाहिए। वो डॉक्टर हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि क्या करना है।"
यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेडी इस मुद्दे को आगे बढ़ाएगी, पांडियन ने कहा कि बीजेडी कभी भी धर्म पर राजनीति करने में विश्वास नहीं करता है, खासकर भगवान जगन्नाथ, जो ओडिशा की पहचान के प्रतीक हैं।
उन्होंने कहा, "भगवान जगन्नाथ को कभी भी राजनीति में नहीं लाया जा सकता है क्योंकि भगवान जगन्नाथ हमेशा हर चीजों से ऊपर हैं। बीजेडी कभी भी धर्म के ऊपर राजनीति में विश्वास नहीं करता है, खासकर भगवान जगन्नाथ जो ओडिशा की पहचान के प्रतीक हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का हमेशा मानना रहा है कि हमें अपने भगवान को राजनीति से बाहर रखना चाहिए।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि कई लोगों ने इस विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी टिप्पणियां की है कि इससे ओडिशा के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है और भाजपा उड़िया के बारे में बात कर रही है। भगवान जगन्नाथ उड़िया के प्रतीक हैं। मुख्यमंत्री ने हमेशा महसूस किया है कि हमें ऐसा करना चाहिए हमारे भगवान को राजनीति से बाहर रखें। वे अमर हैं और हम नश्वर हैं। इसलिए जब यह बयान आया तो उन्हें दुख हुआ।''