भुवनेश्वर: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने स्वास्थ्य को लेकर चल रही अटकलों को विराम देते हुए गुरुवार को कहा कि वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं और इसी कारण वो पिछले एक महीने से लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों के लिए बीजेडी के लिए जमकर प्रचार कर रहे हैं।
बीजेडी प्रमुख पटनायक ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिये एक इंटरव्यू में चुनावी रैलियों के दौरान उनके स्वास्थ्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने पर कहा कि नरेंद्र मोदी चुनाव के दौरान सिर्फ 'वोट' हासिल करने की ऐसी बातें कर रहे हैं।
सीएम पटनायक ने कहा कि उनके स्वास्थ्य के बारे में ऐसी अफवाहें पिछले 10 सालों से उड़ रही है और अगर प्रधानमंत्री मोदी वास्तव में इतने चिंतित थे तो वो उन्हें साीधे फोन भी कर सकते थे।
नवीन पटनायक ने कहा, "पीएम मोदी पहले भी सार्वजनिक रूप से कहा है कि मैं उनका अच्छा दोस्त हूं। मुझे बस इतना कहना है कि अगर पीएम मोदी मेरे स्वास्थ्य के बारे में इतने चिंतित हैं तो उन्हें बस एक टेलीफोन उठाना था और मेरे स्वास्थ्य के बारे में पूछना था।"
ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में रिकॉर्ड छठा कार्यकाल चाह रहे पटनायक ने कल बीजेडी की ओर से आयोजित एक चुनावी रैली में इस बारे में जोर-शोर से कहा। बीजेडी सुप्रीमो ने कहा, "इसका मतलब यह है कि पीएम मोदी केवल चुनाव के समय वोट हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। यह अफवाह दिल्ली में लोगों द्वारा पिछले 10 वर्षों से फैलाई गई है। मेरा स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है।"
पटनायक की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कई भाजपा नेताओं ने चुनावी मौसम में ओडिशा के मुख्यमंत्री के तेजी से बिगड़ते स्वास्थ्य को उठाया है। बीते बुधवार को पीएम मोदी ने ओडिशा में चुनाव प्रचार करते हुए कहा था कि नवीन पटनायक खराब स्वास्थ्य के कारण अपने नियमित कार्यों को भी करने में सक्षम नहीं हैं।
इसके साथ पीएम मोदी ने यह भी कहा कि यदि भाजपा राज्य में सत्ता में आई, तो पार्टी नवीन पटनायक के स्वास्थ्य में "अचानक गिरावट" के कारण का पता लगाने के लिए एक विशेष समिति का गठन करेगी।
उन्होंने बीजेडी सुप्रीमो के "बिगड़ते स्वास्थ्य" के पीछे किसी संदिग्ध साजिश का भी संकेत दिया। बीजेडी नेता वीके पांडियन पर परोक्ष हमला करते हुए पीएम मोदी ने सवाल किया कि क्या पटनायक की ओर से ओडिशा सरकार चलाने वाली एक "लॉबी" उनके खराब स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार है।
मालूम हो कि बीते मंगलवार को एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वीके पांडियन एक रैली के दौरान नवीन पटनायक का कांपता हुआ हाथ पकड़े हुए थे और इसे लोगों की नजरों से छिपाने की कोशिश कर रहे थे। भाजपा ने तुरंत पांडियन पर हमला करते हुए कहा कि यह उनके सत्ता हथियाने की घिनौनी कोशिश है।
वहीं एक दिन बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें कथित तौर पर पूर्व आईएएस अधिकारी पांडियन को मुख्यमंत्री पटनायक के पैरों को "नियंत्रित" करते हुए दिखाया गया था।