उत्तर 24 परगना: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि तृणमूल प्रमुख "मां, माटी, मानुष" का वादा करके सत्ता में आईं, लेकिन गद्दी पर बैठने के बाद वो "मुल्ला, मदरसा और माफिया" की खातिरदारी कर रही हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार अमित शाह ने मंगलवार को उत्तर 24 परगना के बोनगांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि तृणमूल सरकार ने इमामों को मासिक मानदेय दिया, लेकिन उन्होंने मंदिरों के पुजारियों और संरक्षकों को एक पैसा नहीं दिया।
शाह ने कहा, "तृणमूल नेता 'मां, माटी, मानुष' के नारे पर सत्ता में आई थी। हालांकि, अब उनका ध्यान केवल 'मुल्ला, मदरसा, माफिया' पर केंद्रित हो गया है। बंगाल में ममता सरकार इमामों को मानदेय दे रही है, लेकिन मंदिरों के पुजारियों कुछ नहीं दिया जा रहा है। बंगाल सरकार ने मुहर्रम पर ताजिया जुलूस में कोई बाधा नहीं आये, इसलिए दुर्गा पूजा और काली पूजा पर विसर्जन जुलूस में बाधाएं पैदा की।''
अयोध्या में राम लला की 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करने के लिए ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, "ममता दीदी औपचारिक निमंत्रण मिलने के बावजूद एक को खुश करने के लिए उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुईं। कुछ लोग उनके वोट बैंक हैं आप नहीं हैं। वह अपने वोट बैंक को गलत तरीके से नष्ट करने से डरती हैं।"
भाजपा नेता शाह ने मुख्यमंत्री बनर्जी पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह केंद्रीय कानून पर लोगों को 'गुमराह' कर रही हैं, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अप्रवासी अल्पसंख्यकों को शरण और स्थायी निवास देना है।
उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी लोगों को यह कहकर गुमराह कर रही हैं कि सीएए लोगों के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकता है। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस कानून का उद्देश्य किसी को कोई नुकसान पहुंचाना नहीं है। सभी वास्तविक नागरिक यहां सम्मान के साथ अपना जीवन जी सकते हैं। दुनिया की कोई भी ताकत हिंदू, सिख और जैन शरणार्थियों को देश का नागरिक बनने से नहीं रोक सकती है।"