लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उस समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जबरदस्त हमला किया, जब पार्टी ने उन्हें यूपी की रायबरेली सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। सीएम योगी ने पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी द्वारा की गई राहुल गांधी की तारीफ को मुद्दा बनाते हुए सवाल खड़ा किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार योगी आदित्यनाथ ने पाक नेता चौधरी द्वारा की गई राहुल गांधी की प्रशंसा का पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जबरदस्त हमला बोला है।
सीएम योगी ने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता फवाद चौधरी के कथित तौर पर राहुल के समर्थन में की गई वायरल पोस्ट का हवाला देते हुए कहा, "दुश्मन देश के नेता का पोस्ट इस बात का सबूत है कि कांग्रेस देश के कट्टर दुश्मनों के साथ मिली हुई है।"
यूपी के सीएम ने कहा, "पाक नेता का पोस्ट इस बात का सबूत है कि हमारे दुश्मन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रगति और देश के सकारात्मकता के माहौल को खराब करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारे कट्टर दुश्मन चुनाव के समय देश में अशांति और फूट फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि पूरा देश पीएम मोदी के साथ खड़ा है। लोगों को देखना चाहिए कि दुश्मनों द्वारा राहुल को बढ़ावा देने के कैसे जबरदस्त प्रयास किए जा रहे हैं। पाकिस्तान के एक पूर्व प्रधानमंत्री, जो पहले पुलवामा में हमारी सेना पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले के समर्थन में सामने आए थे। वे भी राहुल गांधी के पक्ष में बोल रहे हैं। ऐसी घटनाओं से यही पता चलता है कि 'कांग्रेस का हाथ, देश के दुश्मन के साथ' है।
सीएम योगी ने कहा, "अगर पीएम मोदी इन आम चुनावों में जीतते हैं, तो देश में दीपावाली जल्दी आएगी और लोग जश्न मनाएंगे। हालांकि, अगर कांग्रेस इन चुनावों में जीतती है तो पाकिस्तान में लोग जश्न मनाएंगे। हमारे लोगों को समझना होगा दुश्मनों के गुप्त मंसूबों को।''
उन्होंने कहा, "आजादी के बाद से कांग्रेस अपने चुने हुए रास्ते से भटक गई है। अब वे चुनावी लाभ के लिए देश और लोगों को विभाजित करने में संकोच नहीं करते हैं। यह उनकी तुष्टिकरण की राजनीति थी, जिसने अलगाववाद और आतंकवाद को जड़ें जमाने और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने की अनुमति दी।"
यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा, "यह कांग्रेस की भ्रष्ट नीतियों के कारण था कि नक्सली आतंक ने देश में अपनी जड़ें जमा लीं। हालांकि पीएम मोदी के प्रयासों से पिछले 10 वर्षों में आतंकवाद और नक्सलवाद पर लगाम लगाई जा सकी। लोग पीएम मोदी के साथ हैं।"