LMOTY 2025: मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को गिराए जाने की मांग के बीच नागपुर में सांप्रदायिक तनाव चरम पर है। सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के एक नेता कैबिनेट मंत्री नितेश राणे अपनी टिप्पणियों के लिए चर्चा में हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संयम बरतने की अपील की। राणे ने छत्रपति संभाजी नगर (पूर्व में औरंगाबाद) से 24 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित खुल्दाबाद में कब्र को गिराए जाने की मांग कर रहे हिंदुत्व संगठनों के साथ एकजुटता व्यक्त की। पिछले कुछ दिनों से कैबिनेट मंत्री नितेश राणे के बयानों की चर्चा हो रही है।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आज पूछे गये सवाल का बिना जिक्र किये विस्तार से जवाब दिया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के एक बयान का हवाला देकर परोक्ष रूप से नितेश राणे के कान खड़े कर दिए। लोकमत महाराष्ट्रीयन ऑफ द ईयर 2025 पुरस्कार समारोह मुंबई के राजभवन में आयोजित किया गया। फडणवीस का इंटरव्यू शरद चंद्र पवार पार्टी एनसीपी के नेता जयंत पाटिल ने लिया।
कैबिनेट मंत्री नितेश राणे का नाम लिए बिना, जयंत पाटिल ने मंत्री के धार्मिक तनाव को बढ़ावा देने वाले बयानों का मुद्दा उठाया। जयंत पटल ने क्या पूछा सवाल? जयंत पाटिल ने मुख्यमंत्री फडणवीस से पूछा, "हमारी सरकार में कुछ जिम्मेदार लोग कुछ समुदायों के मामले में अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
इसलिए समाज में एक छवि बन रही है कि समाज में दरार पैदा हो रही है। तो इस संबंध में आपकी क्या भूमिका है?" फड़णवीस ने कहा, "मुझे लगता है कि जब हम एक मंत्री होते हैं तो हमें संयम से बोलना चाहिए। एक मंत्री के रूप में हमारी एक भूमिका होती है और अटल बिहारी वाजपेयी ने एक बार इसका उल्लेख किया था कि एक मंत्री के रूप में हमें राजधर्म का पालन करना होगा।"
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी कि उनके बयानों से समाज में द्वेष पैदा न हो। उन्होंने मंत्रियों को दिवंगत भाजपा नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ‘राज धर्म’ की सलाह की याद दिलाई।
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी दो दिन पहले नागपुर में भड़की हिंसा और भाजपा मंत्री नितेश राणे के हाल के विवादास्पद बयानों की पृष्ठभूमि में आई है। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। मुख्यमंत्री ने यह राय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरचंद्र पवार) के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल द्वारा ‘लोकमत महाराष्ट्रीयन ऑफ द ईयर अवॉर्ड 2025’ के अवसर पर लिए गए साक्षात्कार में रखी।
फडणवीस ने कहा, ‘‘एक मंत्री के तौर पर हमें एक निश्चित भूमिका निभानी होती है। (पूर्व प्रधानमंत्री) अटल बिहारी वाजपेयी ने एक बार कहीं इसका उल्लेख किया था कि एक मंत्री के तौर पर हमें राज धर्म (शासक के कर्तव्य) का पालन करना होता है। इसलिए हमें अपनी व्यक्तिगत राय, पसंद और नापसंद को अलग रखना होता है।
हमने संविधान की शपथ ली है और संविधान ने हमें किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय न करने की जिम्मेदारी सौंपी है।’’ विपक्ष ने मंगलवार को नितेश राणे के विवादास्पद बयान को लेकर राज्य विधानमंडल परिसर में उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था। फडणवीस ने कहा, ‘‘मंत्रियों को बोलते समय संयम बरतना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी टिप्पणियों से (समाज में) कहीं भी दुश्मनी पैदा न हो।
कभी-कभी युवा मंत्री कुछ टिप्पणियां कर देते हैं। मैं ऐसे मौकों पर उनसे बात करता हूं और उन्हें बताता हूं कि आप एक मंत्री हैं और आपको संयम रखने की जरूरत है।’’ पाटिल ने फडणवीस से कुछ मंत्रियों के ‘‘एक विशेष समुदाय के खिलाफ’’ टिप्पणियां किए जाने के बारे में सवाल किया था।