लाइव न्यूज़ :

लोजपा आंतरिक खींचतान: चिराग ने रविवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलायी

By भाषा | Updated: June 17, 2021 21:36 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 17 जून लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस के पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को बृहस्पतिवार को खारिज करते हुए कहा कि पटना में आयोजित बैठक ‘‘असंवैधानिक’’ थी और इसमें राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्यों की न्यूनतम उपस्थिति भी नहीं थी।

पासवान ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पारस के नेतृत्व वाले धड़े को उसकी बैठकों में पार्टी का चिह्न और झंडे का इस्तेमाल करने से रोकने का आग्रह भी किया है।

लोजपा महासचिव अब्दुल खालिक ने कहा कि पारस और पार्टी के चार अन्य सांसदों द्वारा चिराग पासवान को पद से हटाने के बाद संगठन में फूट के बीच पासवान के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पहले के चुनाव की प्रतिपुष्टि करने के लिए रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी के 90 से अधिक स्वीकृत सदस्य हैं और बृहस्पतिवार को पटना में हुई बैठक में उनमें से बमुश्किल नौ मौजूद थे, जिसमें पासवान के चाचा पारस को उनके स्थान पर अध्यक्ष चुना गया था।

पासवान ने कहा कि लोजपा संविधान के अनुसार पार्टी प्रमुख के तौर पर उन्हें या महासचिव के रूप में खालिक ही ऐसी कोई बैठक करने के लिए अधिकृत हैं।

इससे पहले दिन में, पारस को उनके समर्थकों द्वारा बुलाई गई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी का नया अध्यक्ष चुना गया।

लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान के अगले सप्ताह की शुरुआत में बिहार रवाना होने की उम्मीद है, ताकि लोजपा समर्थकों को एकजुट किया जा सके, क्योंकि दोनों गुटों में पार्टी के स्वामित्व को लेकर खींचतान जारी है।

पासवान ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पारस को सदन में पार्टी के नेता के रूप में मान्यता देने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लोजपा संविधान अपने संसदीय बोर्ड को संसद में अपने नेता के बारे में फैसला करने के लिए अधिकृत करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे चाचा के नेतृत्व वाला गुट एक स्वतंत्र समूह हो सकता है लेकिन लोजपा का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता।’’

उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर अध्यक्ष से मिलने की कोशिश करेंगे और अगर फैसला वापस नहीं लिया गया तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।

पासवान-गुट ने यह भी कहा कि पारस के नेतृत्व वाले समूह ने उन्हें ‘‘एक व्यक्ति एक पद’’ के आधार पर पद से हटा दिया था लेकिन अब पारस को लोकसभा में पार्टी नेता और दलित सेना का प्रमुख के पद पर रहने के बावजूद अध्यक्ष चुना गया है।

लोजपा के पास लोकसभा में पासवान सहित छह सांसद हैं और राज्यसभा में एक भी सदस्य नहीं है।

इसके पांच सांसदों ने हाल ही में पासवान के स्थान पर पारस को अपना अध्यक्ष चुना है। उन सभी पांचों के अध्यक्ष से मुलाकात किये जाने के बाद लोकसभा सचिवालय ने उनके चुनाव को अधिसूचित किया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतJharkhand: कोयला खदान ढहने से फंसे 2 मजदूर, बचाव अभियान जारी

क्रिकेटAshes 2025-26: ऑस्ट्रेलिया 3 और इंग्लैंड 0, फिर से एशेज कंगारू के पास?, इंग्लैंड की हवा निकली, 2013 से हार रहे अंग्रेज?

भारतMaharashtra Local Body Election Results 2025: महायुति जीत की ओर, 200 से ज्यादा सीटों पर आगे, एमवीए पिछड़ी

भारतअरावली पर्वत की नई परिभाषा पर बवाल, उदयपुर के वकीलों ने खोचा मोर्चा

क्राइम अलर्टOdisha: नौकरी दिलाने का झांसा देकर नाबालिग से रेप, 2 आरोपी गिरफ्तार

भारत अधिक खबरें

भारतDelhi: जैतपुर एक्सटेंशन में घर में लगी भीषण आग, LPG सिलेंडर से फैली आग

भारतMaharashtra Local Body Election Results 2025: भाजपा 86, शिवसेना 47, एनसीपी 32 और कांग्रेस 22 सीट पर आगे, जानें मनसे और उद्धव ठाकरे का हाल

भारतMaharashtra Local Body Election Results 2025: बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति को बढ़त, जानें शिवसेना और कांग्रेस का हाल

भारतMaharashtra Local Body Election Result: आज आएंगे महाराष्ट्र नगर निगम के नतीजें, महायुति और एमवीए के लिए अग्निपरीक्षा

भारतजम्मू कश्मीर सरकार की आधिकारिक छुट्टियों की सूची ने खोला पिटारा बवाल का