नई दिल्ली, 18 जून: पिछले छह दिनों से एलजी अनिल बैजल से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राजनिवास में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ आम आदमी पार्टी के कई नेता बैठे हैं। अरविंद केजरीवाल के साथ अब महाराष्ट्र सरकार में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना भी आ गई है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि सरकार, सरकार होती है चाहे वह किसी भी पार्टी की हो। लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक चुनी हुई सरकार को पूरा अधिकार होना चाहिए, नहीं तो लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।
संजय राउत ने कहा, शिवसेना का भले ही अरविंद केजरीवाल या उनकी पार्टी से मतभेद हो सकता है लेकिन वह एक चुनी हुई सरकार के प्रतिनिधि हैं और भारी बहुमत से जीतकर आए हैं। संजय राउत ने आगे कहा कि कहा कि अगर देश को नौकरशाह चलाने लगे तो लोकतंत्र ही खत्म हो जाएगा। संजय राउत ने यह भी कहा कि अधिकारियों को कोई चुनाव नहीं लड़ना होता है, हम चुनाव लड़ते हैं और हमें जनता के बीच अपना रिपोर्ट कार्ड लेकर जाना होता है। उन्होंने कहा कि इसलिए मेरी पार्टी चुनी हुई सरकार के साथ है।
अरविंद केजरीवाल अपनाी तीन मांगों के साथ लेफ्टिनेंट गर्वनर अनिल बैजल के घर के वोटिंग रूम में धरना दे रहे हैं। उनके साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और गोपाल राय भी धरना पर बैठे हुए हैं। दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने, चार महीने से हड़ताल कर रहे आईएसएस ऑफिसरों की हड़ताल खत्म करने का निर्देश देने, कामकाज रोक रखने के लिए उनपर कार्रवाई की मांग के साथ उनकी कुछ और मांगें भी हैं।
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