राज्यसभा चुनाव: बीजेपी ने जीती मणिपुर की एक सीट, लेसिम्बा सानाजाओबा पहुंचेंगे उच्च सदन
By सुमित राय | Published: June 19, 2020 09:58 PM2020-06-19T21:58:42+5:302020-06-19T22:14:45+5:30
राज्यसभा के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने मणिपुर से एक सीट पर जीत दर्ज की और लेसिम्बा सानाजाओबा उच्च सदन के सदस्य बने हैं।
राज्यसभा के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को मणिपुर से एक सीट पर जीत दर्ज की और लेसिम्बा सानाजाओबा उच्च सदन के सदस्य बने हैं। इससे पहले 9 विधायकों के इस्तीफे के बाद एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा की गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई थी।
भाजपा नेता राम माधव ने ट्वीट कर बताया, "बीजेपी ने 28 मतों के साथ मणिपुर की एक राज्यसभा सीट पर जीत दर्ज की है और कांग्रेस 24 वोट मिले। इसे अब मणिपुर सरकार की स्थिरता और भविष्य के बारे में सभी अटकलों को छोड़ देना चाहिए। मणिपुर के मुख्यमंत्री और उनके सहयोगियों को इस जीत के लिए बधाई।"
BJP has won d lone RS seat in Manipur with 28 votes to Congress’ 24 votes. It should now put all speculation about Manipur government’s stability and future to rest. Congratulations Manipur CM and his colleagues for this convincing victory
— Ram Madhav (@rammadhavbjp) June 19, 2020
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ट्वीट किया, "मणिपुर में अकेली राज्यसभा सीट जीतने के लिए भाजपा के लेसिम्बा सानाजाओबा को बधाई।"
Congratulations Shri Leisemba Sanajaoba of @BJP4India on winning the lone Rajya Sabha seat in Manipur. pic.twitter.com/IxeVeKUBwZ
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) June 19, 2020
मेघालय विधानसभा का समीकरण
साल 2018 में मेघालय में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। 60 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस 21 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी। वहीं एनपीपी 19 सीट के साथ दूसरे नंबर थी। इसके अलावा बीजेपी को दो सीटें मिली थी, जबकि, यूडीपी के पास छह विधायक हैं और अन्य को 11 सीटें मिली थीं।
ऐसे बनी थी मेघालय में सरकार
बीजेपी ने 34 विधायकों के समर्थन से मणिपुर में सरकार बनाई थी और एन बीरेन सिंह मुख्यमंत्री बने थे। बिरेन सिंह के पास एनपीपी के 19 विधायकों, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के छह, पीपल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) के चार, हिल स्टेट पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) दो और बीजेपी के दो व एक निर्दलीय विधायक का समर्थन था।