Lauriya Assembly Constituency Election: बिहार की इस सीट पर भाजपा को गढ़ बचाने की चुनौती, यहां विनय बिहारी खिलाते रहे हैं कमल

By एस पी सिन्हा | Updated: June 8, 2025 15:50 IST2025-06-08T15:50:44+5:302025-06-08T15:50:49+5:30

2010, 2015 और 2020 विधानसभा चुनाव में अपनी जीत का परचम लहराने वोले विनय बिहारी के लिए वर्ष 2025 का चुनाव में जीत का सिलसिला जारी रखना एक बड़ी चुनौती है।

Lauriya Assembly Constituency Election: BJP faces challenge to save its stronghold in this seat of Bihar, Vinay Bihari has been making lotus bloom here | Lauriya Assembly Constituency Election: बिहार की इस सीट पर भाजपा को गढ़ बचाने की चुनौती, यहां विनय बिहारी खिलाते रहे हैं कमल

Lauriya Assembly Constituency Election: बिहार की इस सीट पर भाजपा को गढ़ बचाने की चुनौती, यहां विनय बिहारी खिलाते रहे हैं कमल

पटना: बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले की लौरिया विधानसभा सीट राज्य के 243 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से पांचवें स्थान पर है। 2020 के विधानसभा चुनाव में लौरिया सीट पर भाजपा के उम्मीदवार विनय बिहारी ने 77927 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी। उन्होंने राजद प्रत्याशी शंभू तिवारी को हराया था, जिनके हिस्से 48923 वोट आए थे। इससे पहले 2010 विधानसभा चुनाव में भी विनय बिहारी इस सीट से जीतकर विधायक बने थे। इस दौरान उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। कुल चुनावों की बात करें तो यहां कांग्रेस ने सात बार, जदयू और जनता दल को 2-2 बार जीत हासिल हुई है। 

चंद्रगुप्त मौर्य के वंशज सम्राट अशोक द्वारा लगाए गए स्तंभ और नंदनगढ़ पहाड़ जैसे पुरातात्विक स्थलों तथा चीनी मिल के लिए मशहूर लौरिया विधानसभा क्षेत्र का चुनाव इस बार रोचक होने वाला है। ऐसे में सभी की निगाहें इसपर टिकी होंगी कि भाजपा के विनय बिहारी का जीत का सिलसिला जारी रहेगा या महागठबंधन विनय बिहारी की जीत पर ब्रेक लगायेगी। 

2010, 2015 और 2020 विधानसभा चुनाव में अपनी जीत का परचम लहराने वोले विनय बिहारी के लिए वर्ष 2025 का चुनाव में जीत का सिलसिला जारी रखना एक बड़ी चुनौती है। वाल्मिकीनगर लोकसभा क्षेत्र की महत्वपूर्ण विधानसभाओं में से एक लौरिया सीट पर कांग्रेस पार्टी लगातार चुनाव जीतती रही है। इसी वजह से यह कांग्रेस के लिए अजेय सीट मानी जाती रही थी। 

2000 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी विश्वमोहन शर्मा यहां से विधायक बने थे। लेकिन उसके बाद 2005 के चुनाव से यह सिलसिला टूट गया। 2005 में जदयू की तरफ से प्रदीप सिंह यहां से विधायक बने। उसके 5 साल बाद 2010 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी विनय बिहारी ने प्रदीप सिंह को परास्त कर दिया। 

2015 में हुए चुनाव से पहले विनय बिहारी भाजपा में शामिल हो गए और इसी पार्टी की तरफ से वे प्रत्याशी घोषित किए गए। विनय बिहारी की जीत से ही भाजपा ने लौरिया से अपना खाता खोला। राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में राज्य का सियासी पारा अपने चरम पर है। लेकिन, राजनीतिक दलों ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। 

ऐसे में 2025 के विधानसभा चुनाव में भी एनडीए अगर विनय बिहारी को अपना प्रत्याशी बनाती है तो उसके सामने भी अपनी कुर्सी बचाने की एक चुनौती होगी। लौरिया विधानसभा सीट पर मुस्लिम और यादव मतदाताओं की भूमिका सबसे अहम रहती है। हालांकि कोइरी और ब्राह्मण वोटर भी निर्णायक संख्या में हैं। 

लौरिया के वर्तमान विधायक विनय बिहारी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर गायक और गीतकार रहे हैं। भोजपुरी सिनेमा के मशहूर कलाकारों रविकिशन या मनोज तिवारी की सुपरहिट फिल्मों के लिए गीत लिखने वाले विनय बिहारी, 2025 के विधानसभा चुनाव में कौन सा सियासी 'सुर' लगाते हैं, यह काबिल-ए-गौर होगा। 

लौरिया विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 2.45 लाख है। जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1.33 लाख (54.2फीसदी) और महिला मतदाताओं की संख्या 1.12 लाख (45.7 फीसदी) है। जबकि ट्रांसजेंडर  मतदाताओंकी संख्या 10 (0.004फीसदी) है।

Web Title: Lauriya Assembly Constituency Election: BJP faces challenge to save its stronghold in this seat of Bihar, Vinay Bihari has been making lotus bloom here

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