हरियाणा के करनाल में शनिवार को किसान आंदोलन के दौरान हुई लाठीचार्ज को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से ही हो सकता है, लोगों की आवाज को दबाने से नहीं. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि, कल जो भी हुआ उसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए.
बता दें कि हरियाणा के करनाल में शनिवार को आंदोलन कर रहे किसानों पर पुलिस ने जमकर लाठिया भांजी थी. इस दौरान कई किसानों को सिर में चोट आई. खून से लथपथ किसान पुलिस की लाठियों से बचते नजर आए लेकिन लाठियां कम नहीं हुई. आदोंलन कर रहे किसानों ने करनाल स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा जाम कर दिया था.
बसताड़ा हाईवे पर बैठे किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने जमकर लाठिया बरसाई. इस दौरान कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए. जबकी कई बुजुर्ग किसानों को पुलिस ने ससम्मान कुर्सी से हटाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
दरअसल निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर शनिवार को करनाल में बीजेपी ने प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन किया था. इस बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित बीजेपी के 6 सांसद, 6 राज्य सभा सांसद और 12 विधायक, पूर्व विधायक, लोकसभा, विधानसभा चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों सहित बीजेपी संगठन के कई पदाधिकारी भी पहुंचे थे.
इस दौरान मुख्यमंत्री खट्टर के विरोध में सैकड़ों किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा और हाइवे जाम कर दिया. घटना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. जब किसान नहीं हटे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इस लाठीचार्ज में कई किसानों को गंभीर चोट आई.
वहीं अपने किसान साथियों पर हुए लाठीचार्ज की खबर जैसे ही राज्य में फैली तो किसानों ने प्रदेश में कई स्थानों पर सड़के और टोल प्लाजा पर चक्काजाम कर दिया. बता दें कि इससे पहले शुक्रवार शाम किसान नेताओं ने एक वीडियो संदेश जारी कर इस बैठक और भाजपा नेताओं का विरोध करने की घोषणा की थी.