प्रेम प्रसंग में लालू परिवार का विवादों से रहा है पुराना नाता, रागिनी यादव के दोस्त अभिषेक मिश्रा की मौत भी बनकर रह गई अनसुलझी पहेली
By एस पी सिन्हा | Updated: May 26, 2025 14:30 IST2025-05-26T14:30:42+5:302025-05-26T14:30:42+5:30
साल 2006 में झारखंड के दशम फॉल में हुई एक घटना ने लालू प्रसाद यादव के परिवार को सुर्खियों में ला दिया था। इस हादसे में दिल्ली के युवक अभिषेक मिश्रा की डूबने से मौत हो गई थी।

प्रेम प्रसंग में लालू परिवार का विवादों से रहा है पुराना नाता, रागिनी यादव के दोस्त अभिषेक मिश्रा की मौत भी बनकर रह गई अनसुलझी पहेली
पटना: राजद विधायक तेज प्रताप यादव के प्रेम प्रसंग को लेकर उठे विवाद ने लालू परिवार को मुश्किलों में डाल दिया है। खासकर चुनावी साल होने से लालू यादव और तेजस्वी यादव की प्रतिष्ठा दाव पर लग गई है। हालांकि लालू परिवार के सामने यह कोई पहला प्रेम प्रसंग का मामला नही है।
इसके पहले लालू यादव की बेटी रागिनी और अभिषेक मिश्रा की अनसुलझी कहानी चर्चा का विषय बना हुआ था। साल 2006 में झारखंड के दशम फॉल में हुई एक घटना ने लालू प्रसाद यादव के परिवार को सुर्खियों में ला दिया था। इस हादसे में दिल्ली के युवक अभिषेक मिश्रा की डूबने से मौत हो गई थी।
लेकिन यह मामला केवल एक दुर्घटना तक सीमित नहीं रहा, क्योंकि मृतक अभिषेक, लालू की चौथी बेटी रागिनी यादव का करीबी दोस्त था और हादसे के वक्त रागिनी भी वहीं मौजूद थीं। रागिनी उस समय रांची के बीआईटी मेसरा इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी और अभिषेक भी वहीं उनका सहपाठी था। दोनों की दोस्ती काफी गहरी थी।
अभिषेक के पिता डॉ. सुभाष चंद्र मिश्रा, दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टर थे। रागिनी का उनके घर भी आना-जाना था और वह अभिषेक के परिवार से कई बार मिल चुकी थीं। अभिषेक की मौत के बाद काफी बवाल मचा था। उस वक्त झारखंड के मुख्यमंत्री मधु कोडा थे और रागिनी यादव के स्थानीय अभिभावक भी बनाए गए थे।
कहा तो जाता है कि रागिनी उस वक्त रांची स्थित मुख्यमंत्री आवास में ही रहकर पढाई करने इंजीनियरिंग कॉलेज जाती थी। रागिनी को मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के परिवार की तरह सुविधा मिली हुई थी। उसी दौरान जब कॉलेज के कई छात्र-छात्राएं दशम फॉल घूमने गई थी तो अभिषेक की मौत हो गई थी।
ऐसे में अभिषेक की मौत ने कई सवाल खड़े किए थे। उनके पिता ने बेटे की मौत को "अप्राकृतिक" बताते हुए झारखंड उच्च न्यायालय को पत्र लिखकर न्याय की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनका बेटा और रागिनी शादी करने की योजना बना रहे थे जो शायद कुछ लोगों को नागवार गुजरा।
वहीं, कई लोगों का मानना था कि अभिषेक की मौत महज हादसा नहीं थी बल्कि हत्या थी। इस आशंका को बल तब मिला जब यह कहा गया कि लालू यादव की बेटी से करीबी संबंध के कारण अभिषेक को निशाना बनाया गया। अभिषेक के परिवार ने न्याय के लिए गुहार लगाई। तब सीबीआई ने इसकी जांच शुरू की। उसवक्त लालू यादव भी केंद्र की सियासत में अपनी दमदार भूमिका में थे। ऐसे में आज तक यह मामला अनसुलझा रह गया।
मौत का असली कारण सामने नहीं आ सका और शायद सीबीआई ने यह कहते हुए कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दे दिया की मौत का कारण दशम फॉल में डूबने से है। ऐसे में यह घटना ठंडे बस्ते में चली गई। दशम फॉल का यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक अनसुलझी कहानी बनकर रह गया। अभिषेक मिश्रा और रागिनी यादव की दोस्ती और इस घटना ने कई सवाल छोड़े, जिनका जवाब अब तक नहीं मिल सका।
कहा जाता है कि इसके बाद अभिषेक के पिता डॉ. सुभाष चंद्र मिश्रा ने अपने इकलौते पुत्र की मौत का खुलासा नहीं होने पर कह दिया था कि अब भगवान पर ही भरोसा है और फैसल जब दें, लेकिन देंगे जरूर।