दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर चल रही जुबानी जंग में जदयू प्रमुख ललन सिंह ने पटना साहब से लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद द्वारा लगाये गये आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि आज की भाजपा वो नहीं है, जो कि अटल, आडवाणी और जोशी के समय में हुआ करती थी।
ललन सिंह ने कहा कि आज की भाजपा में किसी की हिम्मत है जुबान खोलने की, चाहे वो रविशंकर प्रसाद हो, सुशील मोदी हो या फिर संजय जायसवाल हों, एक झटके में पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा।
ललन सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, "भाजपा में रविशंकर प्रसाद, संजय जायसवाल, सुशील मोदी की हिम्मत है ये कहने का कि जो भाजपा आज है वो अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी का बनाया हुआ है? ये कह नहीं सकते हैं, जिस दिन कहेंगे उस दिन इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।"
जदयू और भाजपा के बीच चल रही सियासी रार उस समय चरम पर पहुंच गया, जब जदयू प्रमुख ललन सिंह ने बीते शुक्रवार को पार्टी के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। ललन सिंह ने अपने भाषण में कहा कि नरेन्द्र मोदी ढोंगी हैं, उन्हें एक्सपोज करने की जरूरत है। मोदी अति पिछड़ों की बात करते हैं पर वो खुद डुप्लीकेट हैं।
इससे साथ ही ललन सिंह ने विवादित तरीके से कहा कि जिसे चाय बनाना तक नहीं आता और वह कहता हो कि हम चाय वाले हैं। ये चाय बेचने वाला नहीं ढोंगी हैं और ढोंगी को अब एक्सपोज करने का समय आ गया है।
ललन सिंह के बयान को लेकर बिहार भाजपा खासा आक्रामक है। यही कारण है कि भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने ललन सिंह के बयान को न केवल आपत्तिजनक बताया, बल्कि उसे शर्मनाक बताते हुए कहा, "ललन सिंह प्रधानमंत्री के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया है, भाजपा उसकी निंदा करती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मैं मांग करता हूं कि इस पूरे मामले को देखें।"
इसके साथ ही रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आजाद भारत में इस तरह के शब्दों का प्रयोग आज तक किसी भी प्रधानमंत्री के खिलाफ किसी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नहीं किया है। इस मामले में नीतीश कुमार स्पष्टीकरण दें कि क्या यही उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष की शालीनता है? आज तक आजाद भारत के इतिहास में किसी ने पीएम के बारे में इस तरह की बात नहीं की। ये देश के गरीबों और पिछड़ों का अपमान है।
इसके साथ ही रविशंकर प्रसाद ने यह भी कहा कि आज मुझे ललन बाबू से एक ही सवाल पूछना है कि हमारे पीएम पर उनकी इतनी आपत्ति है तो 2019 लोकसभा चुनाव किसके बलबूते पर जीते थे? नीतीश बाबू के बलबूते पर जीते थे या नरेंद्र मोदी जी के नाम पर जीते थे?