लखनऊ:लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में हत्या के आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को पूरे दिन पूछताछ करने के बाद शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया.
आशीष को शुक्रवार को पुलिस ने दूसरा नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए शनिवार पूर्वान्ह्र 11 बजे तक पेश होने को कहा था और वह 10.30 बजे पेश हुए. वह शुक्रवार को लखीमपुर खीरी में पुलिस के सामने पेश नहीं हुए थे, इसलिए उनके घर के बाहर दूसरा नोटिस चस्पा किया गया था.
बीते सात अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले के स्वत: संज्ञान लेने के बाद यूपी पुलिस ने मिश्रा को यह समन जारी किया था. शुक्रवार को यूपी सरकार ने कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश किया था जिसकी जांच पर कोर्ट ने नाराजगी जताई थी.
भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच मिश्रा अपने वकीलों और लखीमपुर (सदर) सीट से भाजपा विधायक योगेश वर्मा के साथ जिले में क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे थे.
एसआईटी की अध्यक्षता करने वाले डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने रात करीब 11 बजे कहा कि हमने पाया कि वह सहयोग नहीं कर रहे हैं. वह कुछ चीजें नहीं बता रहे हैं. सहयोग नहीं करने और टालमटोल वाले जवाबों के कारण हम आशीष को हिरासत में ले रहे हैं. हम हिरासत में पूछताछ करेंगे.
एक अधिकारी ने कहा कि आशीष मिश्रा को शनिवार रात न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. करीब 1 बजे उन्हें लखीमपुर खीरी जेल भेज दिया गया.
उनके वकील ने बताया कि पुलिस ने तीन की हिरासत की मांग की लेकिन इस पर फैसला सोमवार को स्थानीय अदालत करेगी.
इससे पहले इस मामले पर दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय मंत्री की भी गिरफ्तारी और कैबिनेट से हटाने की मांग की थी और मांग न माने जाने पर 12 अक्टूबर से देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी.
आशीष के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में शनिवार को भाजपा कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी जिले में मिश्रा के कार्यालय पर एकत्र हुए. उन्हें संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि देश में कानून का राज है. हमारी सरकार निष्पक्ष जांच में विश्वास रखती है. मैं सभी कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि आप कानून में अपना विश्वास बनाए रखें. जांच एजेंसियां सही जांच करेंगी. जो दोषी हैं उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, और जो निर्दोष हैं वे नहीं करेंगे.
गौरतलब है कि किसानों का एक समूह उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की यात्रा के खिलाफ तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहा था, तभी लखीमपुर खीरी में एक एसयूवी (कार) ने चार किसानों को कथित तौर पर कुचल दिया.
इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के दो कार्यकर्ताओं और एक चालक की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी, जबकि हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार की भी मौत हो गई थी.
तिकोनिया थानाक्षेत्र में हुई इस घटना में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने कहा था कि मामले की छह आरोपियों में से तीन की मौत हो चुकी है जबकि दो गिरफ्तार किया गया है.