Kuwait building fire: कुवैत अग्निकांड में 45 भारतीय की मौत हुई है। 45 भारतीयों के शव लेकर एयरफोर्स का विमान कोच्चि पहुंच गया है। कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से लाया गया। यह विमान कुवैत में आग की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर आया है। कुवैत अग्निकांड में मारे गए भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेने के लिए कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नेदुम्बस्सेरी में स्थित एक टर्मिनल के बाहर करीब 35 एम्बुलेंस और पुलिस वाहन कतार में खड़े हैं और पास ही में उनके परिजन भी नम आंखें लिए इंतजार कर रहे हैं।
कुवैत अग्निकांड में केरल के 23 निवासियों की मौत हुई है और आज उनके पार्थिव शरीर को लेने के लिए उनके परिजन यहां एकत्र हुए हैं। उन सभी की आखें नम और दिल भारी हैं। प्राधिकारियों ने भारतीयों के पार्थिव शरीर को रखने के लिए यहां विशेष मंच तैयार किया है और उनके परिजनों के लिए मंच के पास बैठने की भी व्यवस्था की है। यहीं पर सभी मंत्री, परिजन और अन्य लोग दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि देंगे।
केरल के मंत्री के राजन, पी राजीव और वीना जॉर्ज ने अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं पर चर्चा की तथा मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। विपक्ष के नेता वी डी सतीशन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष के सुरेंद्रन ने भी मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सुरेश गोपी भी यहां मौजूद हैं।
कुवैत के मंगाफ में आग लगने की भयावह घटना में मारे गए 45 लोगों में वाराणसी के छत्रीपुर के प्रवीण माधव सिंह (40) भी शामिल हैं। सिंह पिछले 15 वर्ष से कुवैत में एक स्टील फैक्टरी में काम कर रहे थे। प्रवीण के चचेरे भाई विकास सिंह ने यहां पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रवीण सिंह के पिता जयप्रकाश सिंह झारखंड में कोयला खदान में काम करते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रवीण करीब 15 वर्ष से कुवैत में स्टील फैक्टरी में काम कर रहे थे, उनकी पत्नी रूपा और दो बेटियां वाराणसी में रहती हैं। उन्होंने बताया कि जैसे ही परिवार को घटना की जानकारी मिली उन्होंने प्रवीण से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन जब उनसे संपर्क नहीं हो पाया तो उन्होंने उनके साथ रहने वाले लोगों से संपर्क किया।
इसके बाद परिवार को प्रवीण की मौत की जानकारी मिली। प्रवीण के भाई ने बताया कि प्रवीण ने घटना से एक दिन पहले अपने परिवार से वीडियो कॉल पर बात की थी। उन्होंने बताया कि परिवार शव लेने के लिए शुक्रवार को दिल्ली पहुंचेगा । शव को अंतिम संस्कार के लिए वाराणसी लाया जाएगा। प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय से बृहस्पतिवार रात मिली जानकारी के मुताबिक कुवैत में एक इमारत में आग लगने की घटना में मरने वालों में उत्तर प्रदेश के प्रवीण माधव सिंह (वाराणसी), जयराम गुप्ता (गोरखपुर) और अंगद गुप्ता (गोरखपुर) भी शामिल हैं।
इस बीच राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के आला अधिकारी विदेश मंत्रालय और कुवैत स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। दक्षिणी कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में सात मंजिला इमारत के रसोईघर में भीषण आग लगने से 49 विदेशी मजदूरों की मौत हुई थी और 50 अन्य घायल हुए थे। इनमें से 42 भारतीय थे और शेष पाकिस्तान, फिलिपीन, मिस्र और नेपाल के नागरिक थे।