मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की कुढ़नी विधानसभा सीट पर पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन कुल 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गये। इस उपचुनाव के लिए कुल 21 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था।
चुनाव अधिकारियों ने जांच के दौरान आठ उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज कर दिए। नाम वापसी की अंतिम तिथि सोमवार को किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन वापस नहीं लिया। कुढ़नी विधानसभा सीट पर पांच दिसंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होगी। राजद विधायक अनिल सहनी को अयोग्य करार दिये जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है।
सहनी को धोखाधड़ी के एक मामले में दोषी ठहराया गया था और तीन साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के उम्मीदवार मनोज सिंह कुशवाहा के खिलाफ प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने केदार प्रसाद गुप्ता को मैदान में उतारा है।
कुशवाहा को सात दलों के सत्तारूढ़ महागठबंधन का समर्थन हासिल है। पर्यवेक्षकों का मानना है कि भाजपा को केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस और उनके भतीजे चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जन शक्ति (रामविलास) का भी समर्थन प्राप्त है। बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी गुप्ता राजद के अनिल कुमार सहनी से केवल 700 से अधिक मतों से हार गए थे।
हालांकि इस बार राजद ने यह सीट अपनी सहयोगी जदयू के लिए छोड़ दी है। इस बीच दो छोटे दल विकास इंसान पार्टी (वीआईपी) और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भी भाजपा और जदयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।