मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक पहले लोक सभा और फिर मंगलवार (30 जुलाई) को राज्य सभा से पारित हो गया। इस बिल को राज्य सभा से पारित करवाने के बाद नरेंद्र मोदी की सरकार की बड़ी उपलब्धि कही जा रही है। तीन तलाक बिल को लेकर कुमार विश्वास ने एक शायरी ट्वीट कर बिल का स्वागत शायराना अंदाज में किया है। उन्होंने साजिद सजनी का शायरी को ट्वीट करते हुए लिखा, 'तलाक़ दे तो रहे हो इताब-ओ-क़हर के साथ, मिरा शबाब भी लौटा दो मेरी महर के साथ।' उनका ये ट्वीट वायरल हो गया और लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि एक प्रसिद्ध न्यायाधीश आमिर अली ने 1908 में एक किताब लिखी है। इसके अनुसार तलाक ए बिद्दत का पैगंबर मोहम्मद ने भी विरोध किया है। प्रसाद ने कहा कि एक मुस्लिम आईटी पेशेवर ने उनसे कहा कि तीन बेटियों के जन्म के बाद उसके पति ने उसे एसएमएस से तीन तलाक कह दिया है। एक कानून मंत्री के रूप में मैं उससे क्या कहता? क्या यह कहता कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय को मढ़वा कर रख लो। अदालत में अवमानना का मुकदमा करो। पुलिस कहती है कि हमें ऐसे मामलों में कानून में अधिक अधिकार चाहिए।