उज्जैनः मध्य प्रदेश के उज्जैन में 'अपने-अपने राम' कार्यक्रम के दौरान संघ पर दिए अपने बयान को लेकर कुमार विश्वास ने माफी मांगते हुए कहा कि वह यह प्रसंग, कथन मेरे कार्यालय में काम करने वाले एक बालक के बारे में था जो संयोग से संघ से जुड़ा है। और ऐसी बातें तो मेरे पिता भी मुझसे कहते हैं। कुमार विश्वास ने कहा कि अगर आपकी सामान्य बुद्धि में ये प्रसंग किसी और तरीके से चला गया है तो हमें क्षमा करें। माफी चाहते हैं।
गौरतलब है कि उज्जैन के कालिदास अकादमी में आयोजित विक्रमोत्सव कार्यक्रम में 'अपने-अपने राम' के दौरान कुमार विश्वास ने कथा कहते हुए एक प्रसंग में संघ और वामपंथ पर टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा कि संघ अनपढ़ होते हैं और वामपंथ कुपढ़। कुमार के इस बयान को लेकर विवाद हो गया और लोगों ने कथा कार्यक्रम को भंग करने की बात करने लगे।
कुमार विश्वास ने बयान को लेकर एएनआई से सफाई देते हुए कहा कि 'प्रसंग में मेरे कार्यालय में काम करने वाले एक बालक के विषय में एक टिप्पणी की जो संयोग से आरएसएस में काम करता है। पढ़ता लिखता कम है, बोलता ज्यादा है। तो मैंने उससे कहा, तुम पढ़ा करो, पढ़ते नहीं हो। वामपंथी कुपढ़ हैं और तुम अनपढ़ हो। सिर्फ इतनी सी बात कही और कुछ बिंब संतोषियों ने इसे ज्यादा फैला दिया।'
ANI द्वारा शेयर किए गए वीडियो में कुमार विश्वास कहते हैं कि आज समाचार मिला कि कुछ मित्रों ने कहा कि हम इस कथा को भंग करेंगे। तो भाई आप ध्यान रखिएगा राम की कथा को कौन भंग करते हैं। उज्जैन के लोग वहां पहुंचे। और मैं जो बोल रहा हूं उसका अर्थ उस तरह से लगाएं जो मैं बोल रहा हूं। उसे किसी और अर्थ में समझेंगे तो मैं उसके लिए जिम्मेदार नहीं हूं। अगर आपकी सामान्य बुद्धि में ये प्रसंग किसी और तरीके से चला गया है तो हमें क्षमा करें। माफी चाहते हैं।
कुमार ने कहा, 'यह प्रसंग, कथन मेरे कार्यालय में काम करने वाले एक बालक के बारे में था और ऐसी बातें तो मेरे पिता भी मुझसे कहते हैं कि बड़े मूर्ख हो तुम। जो स्वयं संघ के बड़े पदाधिकारी हैं। मैंने उस लड़के से बोला क्योकि आयु में वह बहुत छोटा है। और मैंने आपको अपना मानकर सूचित कर दिया।'
कुमार विश्वास ने जब यह बयान दिया, उस दौरान कार्यक्रम में शिवराज सरकार के मंत्री डॉ मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन भी मौजूद थे। इस कथा को मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग के सहयोग से ही आयोजित किया गया।