हैदराबाद: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा उचित मूल्य की दुकानों के जरिये चावल की आपूर्ति में केंद्र और राज्य का हिस्सा पूछने पर जवाब न दे पाने के कारण जिलाधीश को फटकार लगाई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। इस बीच तेलंगाना और केंद्र सरकार के बीच इस मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
इसी क्रम में तेलंगाना के मंत्री के टी रामराव ने शनिवार को कुछ आंकड़े पेश करते हुए कहा किया कि भाजपा राज्यों को केंद्र को दिए गए टैक्स के लिए तेलंगाना का धन्यवाद करते हुए एक बैनर लगाना चाहिए। तेलंगाना से केंद्र द्वारा एकत्र किए गए करों के आंकड़ों का हवाला देते हुए केटीआर ने दावा किया कि तेलंगाना को देश में योगदान करने वाले प्रत्येक रुपये का 46 पैसा वापस मिलता है।
केटीआर द्वारा उद्धृत आंकड़ों में दावा किया गया है कि तेलंगाना ने 2020-21 में केंद्र को 46,117 रुपये करोड़ दिए और केंद्र से 28,163 रुपये करोड़ प्राप्त किए। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "चूंकि हमारे वित्त मंत्री इस पर व्याख्यान दे रहे हैं कि कैसे 'मोदी सरकार' दाता है, यहां तथ्य और आंकड़े हैं। राष्ट्र के लिए योगदान देने वाले प्रत्येक रुपये के लिए तेलंगाना को केवल 46 पैसे वापस मिलते हैं! मैडम, पीडीएस की दुकानों पर सभी भाजपा शासित राज्यों में "तेलंगाना को धन्यवाद" बैनर लगाने का समय आ गया है।"
तेलंगाना सरकार के डिजिटल मीडिया डिवीजन के निदेशक दिलीप कोनाथम ने दावा किया कि वित्त मंत्री राज्य के वित्त के बारे में गलत सूचना फैला रही हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "क्या वह यह बताने की परवाह करेंगी कि देश का ऋण और जीडीपी अनुपात 60 फीसदी तक क्यों बढ़ गया और मोदी जी के तहत केंद्र सरकार द्वारा लिए गए 80 लाख करोड़ रुपये के ऋण का क्या हुआ?"
बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को तेलंगाना के कामारेड्डी के जिलाधिकारी जितेश पाटिल की तब खिंचाई की जब वह इस बात का जवाब नहीं दे सके कि उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से आपूर्ति किए जाने वाले चावल में केंद्र और राज्य का हिस्सा कितना है। इसका ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस बीच तेलंगाना पीआईबी ने तेलंगाना के लिए केंद्र द्वारा स्वीकृत राशि का एक विस्तृत विवरण प्रकाशित किया।