मुंबई: भाजपा नेता किरीट सोमैया ने राज्य की सत्ताधारी पार्टी शिवसेना पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि शिवसेना उनकी हत्या कराना चाहती है। पुणे की संचेती अस्पताल से छुट्टी पाने के बाद घर जाते हुए सोमैया ने कहा कि पुणे नगर निगम कैंपस "शिवसेना के गुंडों" ने उनपर कथित तौर पर "जनलेवा हमला" किया।
किरीट सोमैया पर हुए इस हमले के मामले में पुणे पुलिस ने 5 फरवरी को उनके साथ मारपीट करने के आरोप में भीड़ पर केस दर्ज किया है, जिसमें 60 से 70 लोगों के शामिल होने का आनुमान जताया जा रहा है। पुलिस मामले में जांच कर रही है लेकिन इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
घटना के संबंध में किरीट सोमैया का कहना है कि वह हमले का शिकार उस वक्त हुए जब वो नगर निगम में "फर्जी दस्तावेज" के आधार पर जंबो कोविड अस्पताल चलाने के लिए अनुबंध प्राप्त करने वाली कंपनी के खिलाफ शिकायत करने नगरपालिका आयोग और मेयर को आवेदन देने गये थे।
सोमैया ने घटना का वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि पुणे नगर निगम में 'शिवसेना का इरादा उन्हें मारने का था'। इसके साथ ही वो कहते हैं कि पुलिस पुणे के शिवसेना अध्यक्ष संजय मोरे सहित उन 8 शिवसैनिकों को गिरफ्तार करें, जिन्होंने मुझे जान से मारने की कोशिश की। इसके साथ ही सोमैया ने इस मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत के मित्र सुजीत पाटकर पर कोविड केंद्र के घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया।
किरीट सोमैया का आरोप है कि संजय राउत के मित्र सुजीत पाटकर की कंपनी लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेज इस घोटाले में शामिल है और वह उसी के खिसाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए पुणे नगर निगम गये थे। इसके साथ ही भाजपा नेता किरीट सोमैया शिवसेना पर जबरदस्त हमला करते हुए कहते हैं कि माफिया सेना मुझे ठाकरे सरकार के घोटालों का पर्दाफाश करने से रोक नहीं सकती है।
वही दूसरी ओर इस मामले में जानकारी देते हुए शिवाजीनगर थाने के निरीक्षक विक्रम गौड़ ने कहा कि किरीट सोमैया के साथ तब मारपीट हुई जब वो पुणे में एक जंबो कोविड-19 अस्पताल के अनुबंध नियमों में कथित अनियमितताओं की शिकायत करने के लिए पुणे नगर निगम के दफ्तर में गये हुए थे। आईपीसी की धारा 143, 147, 149, 341, 336, 337, 323, 504 के तहत सोमैया पर हुए हमले में मामला दर्ज किया गया है।