लखनऊ: योगी सरकार में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने 'गीता-जिहाद' विवाद में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बेहद तल्ख टिप्पणी करते हुए आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से राम और कृष्ण को न मानते हुए हिंदुओं के अपमान का कार्य करती रही है।
केशव प्रसाद मौर्य ने लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष शिवराज पाटिल के बयान पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस की मति मारी गई है तभी तो वह राम सेतु को भी मानने से इनकार करती है।
ट्विटर पर खासे सक्रिय रहने वाले केशव प्रसाद मौर्य ने शिवराज पाटिल के दिये बयान के संबंध में एक के बाद एक तीन ट्वीट करते हुए कांग्रेस को जबरदस्त लताड़ लगाई है। केशव प्रसाद मौर्य ने अपने पहले ट्वीट में कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा, "रामसेतु का कांग्रेस काल्पनिक मानती है। अब उसके नेता गीता का जेहाद सिखाने वाला ग्रंथ बताने की हिमाक़त कर रहे है। तुष्टिकरण की आड़ में अपने शासन में भगवा आतंकवाद शब्द गढ़ा। कांग्रेस की मति मारी गई है।"
वहीं दूसरे ट्वीट में केशव प्रसाद मौर्य ने गीता के विषय में अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा, "निष्काम कर्म की शिक्षा देती है ‘गीता’। दुनिया का यह अद्भुत ग्रंथ है जो सही मायने धर्म को पुष्ट करता है।"
दूसरे ट्वीट में गीता पर दिये ज्ञान के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने अपने तीसरे और अंतिम ट्वीट में एक बार फिर कांग्रेस को हिंदू विरोधी बताते हुए कहा, "कांग्रेस न भगवान राम को मानती है और न भगवान कृष्ण को, इसीलिए हिंदुओं के प्रति उसमें हमेशा नफ़रत और घृणा का भाव रहा है।"
मालूम हो कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल ने मोहसिना किदवई की आत्मकथा के विमोचन पर कहा कि ऐसा कहा जाता है कि इस्लाम धर्म में जिहाद पर काफी चर्चा गई। इसके साथ ही पाटिल ने दावा किया, "यह केवल कुरान में नहीं है, बल्कि महाभारत, गीता में भी है, श्री कृष्ण भी अर्जुन से जिहाद के बारे में बात करते हैं और यह चीज केवल कुरान या गीता में ही नहीं, बल्कि ईसाई धर्म में भी है।"
इस विषय में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तहसीन पूनावाला ने बेहद आक्रामक तरीके से सीधे राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा, "वे खुद को जनेऊ-धारी (ब्राह्मणों द्वारा पहनने वाला धागा) कहते हैं, लेकिन उनके नेताओं द्वारा दिये गये बयान से असली चेहरा बेनकाब हो गया है।"