लखनऊ: राहुल गांधी ने पीएफआई के मुद्दे पर भाजपा और उसके अनुषांगिक संगठन आरएसएस पर किये परोक्ष हमले को गंभीरता से लेते हुए योगी सरकार में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने काफी तीखा तंज करते हुए साल 2014 से कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में हो रही पराजय का हवाला देते हुए कहा कि स्वयं राहुल गांधी के भीतर नफरत भरी हुई है।
ट्विटर पर काफी सक्रिय रहने वाले केशव प्रसाद मौर्य ने राहुल गांधी के पीएफआई के संबंध में दिये बयान पर ट्वीट करते हुए कहा, "कड़वा सच है कि 2014 से लोकसभा में चार दर्जन सीटों के आसपास अटकी-भटकी कांग्रेस के नेता श्री राहुल गांधी जी ख़ुद नफ़रत से लबालब है।"
दरअसल भाजपा के खिलाफ दक्षिण भारत से भारत जोड़ो यात्रा की अगुवाई कर रहे राहुल गांधी ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए पीएफआई और कांग्रेस के संबंध में भाजपा द्वारा लगाये आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस हर राष्ट्र विरोधी ताकत और संगठन के विरोध में हमेशा आगे रही है।
कांग्रेस के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने भाजपा के आरोपों पर परोक्ष रूप से उसे और उसके अनुषांगिक संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को घेरते हुए कहा कि देश के लिए यह मायने नहीं रखता कि कौन किस समुदाय से आता है और उसकी सोच किस तरह की है। अगर वो राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखते हैं तो कांग्रेस हमेशा उनके खिलाफ खड़ी है।
पीएफआई के कथित समर्थन के विषय में अपनी बात को रखते हुए राहुल गांधी ने कहा, "इससे फर्क नहीं पड़ता कि नफरत फैलाने वाले व्यक्ति कौन हैं और किस समुदाय से आते हैं। नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र-विरोधी कार्य है और हम हर उस व्यक्ति के खिलाफ लड़ेगे जो नफरत फैलाएगा।"
मालूम हो कि इस मुद्दे ने तब तूलड़ा था, जब आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री और भाजपा के फायरब्रांड नेता कपिल मिश्रा ने बीते 23 सितंबर को आरोप लगाया था कि पीएफआई ने केरल में बंदी बुलाई है, जिसके कारण कांग्रेस ने 'भारत जोड़ो यात्रा' को रोक दी है। इसके साथ ही कपिल मिश्रा ने यह भी कहा था कि पीएफआई के बंदी को कांग्रेस का समर्थन मिलना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है और इसकी जितनी आलोचना की जाए, वो कम है।
वहीं कपिल मिश्रा के आरोपों के संबंध में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पत्रकारों से कहा था कि 'भारत जोड़ो यात्रा' में हफ्ते में एक दिन का 'ब्रेक' का प्रावधान रखा गया है और उसी के तहत यात्रा रोकी गई है। इसका पीएफआई की बंदी से कोई संबंध नहीं है। कपिल मिश्रा भाजपा की विकृत मानसिकता का प्रदर्शन कर रहे हैं, जैसा की वो हमेशा से करते आ रहे हैं।
इतनी ही नहीं कपिल मिश्रा के बयान पर पलटवार करते हुए पवन खेड़ा ने भाजपा से यह प्रश्न किया था कि क्या यह सच है कि हाल ही में मुसलमान समुदाय तक पहुंच बनाने के प्रयास में लगे हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत खुद पीएफआई से 'माफी मांगो यात्रा' निकालने वाले हैं।