Kerala Village: इस गांव में था टाइगर का 'आतंक', दो दिन में 4 गाय का शिकार, ऐसे पकड़ में आया
By धीरज मिश्रा | Updated: June 24, 2024 15:57 IST2024-06-24T15:55:31+5:302024-06-24T15:57:15+5:30
Kerala Village: टाइगर(बाघ) के आतंक से केरल के एक गांव में रहने वाले किसान और ग्रामीण काफी परेशान थे।

फाइल फोटो
Kerala Village: टाइगर(बाघ) के आतंक से केरल के एक गांव में रहने वाले किसान और ग्रामीण काफी परेशान थे। क्योंकि, एक तरफ जहां उन्हें टाइगर से अपनी जान की चिंता सता रही थी, वहीं दूसरी तरफ अपने मवेशियों की। क्योंकि, गांव में जिस टाइगर के आतंक से पूरा गांव कांप रहा था। वह टाइगर बीते दो दिनों में चार गाय को अपना शिकार बना चुका था।
हालांकि, ग्रामीणों ने सोमवार सुबह राहत की सांस ली। जब उन्हें वन विभाग के द्वारा सूचना दी गई कि टाइगर को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए पकड़ लिया गया है और अब ग्रामीणों को किसी बात का खतरा नहीं है।
क्या कहा वन विभाग ने
वन विभाग के अनुसार, 'थोलपेट्टी 7' के रूप में पहचाने जाने वाले बाघ ने यहां के निकट केनिचिरा क्षेत्र में आतंक मचा रखा था, जिसने दो दिनों में चार गायों को मार डाला। वन विभाग के द्वारा टाइगर रविवार रात करीब 11 बजे वन विभाग द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गया।
अधिकारियों के अनुसार, बाघ उन गौशालाओं में पहुंच गया, जहां उसने हाल ही में मवेशियों पर हमला किया था। यह वहां रखे गए जाल में फंस गया। वन विभाग ने टाइगर की प्राथमिक जांच की है। जिससे पता चला है कि उसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने का संदेह है।
सूत्रों ने बताया कि वन विभाग के लिए इसे जंगल में छोड़ना आसान नहीं होगा, क्योंकि बाघ शिकार करने के लिए पर्याप्त स्वस्थ नहीं है। अधिकारी इस बात पर भी विचार कर रहे हैं कि बाघ को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करने के बाद राज्य के किसी चिड़ियाघर में स्थानांतरित किया जाए।
किसानों को मिलेगा मुआवजा
वन अधिकारियों ने कहा कि बाघ के हमले में गायों को खोने वाले किसानों को मुआवजे के तौर पर 30,000 रुपये अग्रिम दिए जाएंगे। हालांकि, गायों के शवों पर पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी करने के बाद बाकी राशि उन्हें सौंप दी जाएगी।