एक ओर जहां देश भर के विभिन्न राज्यों में कोरोना की रफ्तार थम रही है वहीं दूसरी ओर केरल एक ऐसा राज्य है जहां अब भी कोविड19 के केसों में कमी देखने को नहीं मिल रही है. कोरोना वायरस के मामले केरल मॉडल और सरकार पर सवाल उठ रहे हैं. वहीं इस मामले में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन केरल मॉडल का बचाव किया है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कोरोना वायरस केरल मॉडल का बचाव करते हुए कहा कि, यदि केरल मॉडल कोविड रोकथाम में गलत है, तो हमें किस मॉडल का अनुसरण करना चाहिए? उन्होंने कहा, केरल में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई थी. कोई भी व्यक्ति चिकित्सा सहायता या चिकित्सा बिस्तर से वंचित नहीं था.
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि, कुछ लोग तथ्यों को आधार बनाकर जानबूझकर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, दूसरी लहर को लेकर कुछ अनावश्यक विवाद हैं. कुछ लोग दूसरी लहर के दौरान अधिक संख्या को चिंता का विषय बताकर लोगों में भय पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि, देश में किए गए सभी 3 सेरोप्रेवलेंस अध्ययनों में यह पता चला है कि केरल सबसे कम संक्रमित आबादी वाला राज्य है. सीएम विजयन ने कहा, हमने टीके की एक भी बूंद बर्बाद नहीं की और सफलतापूर्वक अतिरिक्त खुराकें लगाईं.
बता दें कि बीते 24 घंटों में केरल में कोरोना वायरस संक्रमण के 32,801 नए मामले दर्ज किए गए हैं. अब तक 18,573 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 179 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है. इसके चलते कोरोना नियंत्रण में केरल मॉडल पर भी सवाल उठ रहे हैं. लेकिन, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुक्रवार को केरल मॉडल का बचाव किया.