केरल के प्रसिद्ध त्योहार त्रिसूर पूरम में आखिरकार 54 वर्षीय गजरात थेचिकोट्टुकावु रामचंद्रन शामिल हो गया। हाथी पर किसी कार्यक्रम में शामिल होने पर प्रतिबंध लगाया गया था। गजराजों के बीच यह हाथी किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं है लेकिन इस साल की शुरुआत में गुरुवायुर के एक कार्यक्रम में इसने दो लोगों का मार डाला था।
उस घटना के बाद हाथी पर किसी कार्यक्रम में शामिल होने पर बैन लगा दिया गया था। डॉक्टरों ने हाथी का मेडिकल टेस्ट किया। आखिर टेस्ट में पास होने पर हाथी को त्योहार में शामिल किया गया।
इस बीच उम्रदराज हाथी ने मीडिया में खासी सुर्खियां बनाई। समाचार एजेंसी एएनआई ने रविवार (12 मई) को एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें थेचिकोट्टुकावु रामचंद्रन को बड़े से दरवाजे से बाहर निकलते हुए देखा जा रहा है। बाहर खासी भीड़ उसके स्वागत में दिखाई दे रही है।
सजा-धजा हाथी जैसे ही बाहर आता है, सूंड़ उठाकर और एक चिंघाड़ मारकर जनता का अभिवादन करता है। हाथी देखने के लिए मौके पर सैकड़ों की तादात में लोग दिखाई दे रहे हैं और गजराज की झलक पाकर वे सभी हाथ उठाकर जोर से चिल्लाते हुए अभिवादन करते दिख रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को गजराज को घंटों लंबे मेडिकल चेकअप से गुजरना पड़ा था। उसकी चिकित्सकीय जांच करने वाली टीम ने त्रिसूर जिला कलेक्टर टीवी अनुपमा को रिपोर्ट सौंप दी थी। उसके बाद कलेक्टर हाथी को त्योहार में शामिल होकर सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति दी, जिसे वह 2014 से करता आ रहा है।