हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने विरोधी पार्टी भाजपा पर आरोप लगाया है कि वो टीआरएस के विधायकों को खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपये का ऑफर दे रही है। मुख्यमंत्री केसीआर ने रविवार को भाजपा के खिलाफ बेहद संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने टीआरएस के 20-30 विधायकों को खरीदने और उनके जरिये राज्य सरकार गिराने की कोशिश कर रही है।
सीएम केसीआर ने कथिततौर से दावा किया कि दिल्ली के इशारे पर राज्य भाजपा के कुछ लोगों द्वारा उनकी पार्टी के विधायकों को 100-100 करोड़ रुपये की बिकने का ऑफर दिया गया है। राव ने यह आरोप मुनुगोड़े विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए आयोजित एक चुनावी रैली में लगाया। मुख्यमंत्री राव ने कहा कि भाजपा ने उनकी सरकार को गिराने की साजिश की, लेकिन उनके विधायकों ने भाजपा के ऑफर को लात मार दी।
वहीं इसके उलट भाजपा ने सीएम केसीआर के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि केसीआर इस बात को अच्छे से समझ लें कि उनके विधायकों की कीमत 100 करोड़ रुपये नहीं है और वैसे भी भाजपा टीआरएस सरकार को गिराने का इरादा नहीं रखती है।
सीएम राव ने चुनावी सभा में भाजपा को निशाने पर लेते हुए वहां मौजूद लोगों से कहा, "आपने कल देखा। भाजपा सोचती है कि केसीआर ऊंची आवाज में बोल रहे हैं। आइए साम मिलकर उनका राजनीतिक अंत देखते हैं। उन्होंने हमारे विधायकों को खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है। उनकी मंशा थी कि वो 20-30 विधायकों की बोली लगाकर उन्हें खरीद लें और हमारी सरकार को गिरा दें।"
केसीआर ने आगे कहा, "भाजपा मेरी सरकार को गिराना चाहती थी, उसकी नीयत तेलंगाना की सत्ता पर कब्जा करने की है ताकि वे अपने मन मुताबिक राज्य में निजीकरण को लागू कर सके।’’
मालूम हो कि मुख्यमंत्री केसीआर का यह बयान टीआरएस के चार विधायकों को कथित रुपयों का लालच देकर उन्हें खरीदने की कोशिश करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तारी के अलगे दिन आया है। मुख्यमंत्री केसीआर ने अपने चुनावी सभा में चारों विधायकों को जनता से सामने पेश करते हुए कहा कि राजनीति में ऐसे लोगों की जरूरत है।
उन चारों विधायकों में पी रोहित रेड्डी भी शामिल थे, जिनकी शिकायत पर पुलिस ने 26 अक्टूबर की रात रामचंद्र भारती उर्फ सतीश शर्मा, नंदा कुमार और सिम्हायाजी स्वामी के खिलाफ आपराधिक साजिश, रिश्वत की पेशकश के लिए संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के प्रावधानों के तहत केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार किया।
विधायक रोहित शेट्टी ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि गिरफ्तार किये गये आरोपियों ने उन्हें पाला बदलने के लिए और टीआरएस छोड़ने के लिए 100 करोड़ रुपये का ऑफर दिया और साथ में यह भी कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा की ओर से चुनाव का टिकट दिया जाएगा।
चुनावी सभा में मुख्यमंत्री राव ने कहा, ‘‘भाजपा खुले बाजार में बिकने वाले ‘‘मवेशियों’’ की तरह मेरे विधायकों को खरीदना चाहती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दें कि क्या यह लोकतंत्र के लिए ठीक बात है। पकड़ गये लोगों को किसने 100 करोड़ रुपये दिए, जिसके बल पर वो विधायकों को खरीदने आये थे। इसकी जांच होनी चाहिए। आखिर कौन दलाल है इसके पीछे? इस गंदे खेल का मास्टरमाइंड सबके सामने आना चाहिए।"
सीएम केसीआर के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा, ‘‘आज आप उन्हें दिल्ली के दलाल कहते हैं, लेकिन आपने सिर्फ दलाली के माध्यम से उन सभी विधायकों को प्रोत्साहन दिया, जो कि पूर्व में आपकी पार्टी में शामिल हुए थे।’’
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री रेड्डी ने सीएम केसीआर से सवाल किया कि क्या भाजपा का कोई नेता टीआरएस विधायकों के फार्महाउस पर गया था या उनसे पैसे का वादा किया था। उन्होंने कहा, ‘‘क्या हमारे पास इतना पैसा है? क्या वे इतने बड़े विधायक हैं कि हरेक पर 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे? मैं एक बात बता रहा हूं केसीआर, आपकी सरकार गिराने का हमारा कोई इरादा नहीं है। आप पहले ही लोगों के बीच अपना सम्मान गंवा चुके हैं।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)