नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया। बोस की प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की गई है, जहां इस साल की शुरुआत में पराक्रम दिवस (23 जनवरी) के अवसर पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था।
मोदी ने राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक के मार्ग ‘कर्तव्य पथ’ का उद्घाटन किया। इसे पहले राजपथ के नाम से जाना जाता था। नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद ने राजपथ का नाम बदलकर ‘‘कर्तव्य पथ’’ करने का प्रस्ताव पारित किया था। केंद्रीय विदेश तथा संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता में एनडीएमसी की एक विशेष बैठक यहां आयोजित की गई थी। लेखी एनडीएमसी की सदस्य भी हैं।
अब इंडिया गेट पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक पूरे इलाके को ‘‘कर्तव्य पथ’’ कहा जाएगा। सरकार के मुताबिक पूर्ववर्ती ‘‘राजपथ’’ सत्ता का प्रतीक था और उसे ‘‘कर्तव्य पथ’’ का नाम दिया जाना बदलाव का परिचायक है और यह सार्वजनिक स्वामित्व तथा सशक्तिकरण का एक उदाहरण भी है।
इस होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर किया गया था। प्रतिमा का अनावरण आजाद हिंद फौज के पारंपरिक गीत ‘‘कदम, कदम बढ़ाए जा’’ की धुन के साथ किया गया। एक भारत-श्रेष्ठ भारत और अनेकता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तकों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
करीब 26,000 घंटे के अथक कलात्मक प्रयासों से अखंड ग्रेनाइट को तराश कर 65 मीट्रिक टन वजन की इस प्रतिमा को तैयार किया गया है। काले रंग के ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्थापित की गई है। नेताजी की इस प्रतिमा को पारंपरिक तकनीकों और आधुनिक औजारों का उपयोग कर पूरी तरह हाथों से बनाया गया है।
अरुण योगीराज के नेतृत्व में मूर्तिकारों के एक दल ने यह प्रतिमा तैयार की है। यह प्रतिमा भारत की विशालतम, सजीव, अखंड पत्थर पर हस्त निर्मित प्रतिमाओं में से एक है। ग्रेनाइट के इस अखंड पत्थर को तेलंगाना के खम्मम से 1665 किलोमीटर दूर नयी दिल्ली तक लाने के लिए 100 फुट लंबा 140 पहियों वाला एक ट्रक विशेष तौर पर तैयार किया गया था।
राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ के उद्घाटन के साथ ही इसकी सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुलिसकर्मियों के अलावा 80 से अधिक निजी सुरक्षा गार्ड नए सिरे से तैयार पूरे खंड पर नजर रखेंगे ताकि चोरी और नुकसान की घटनाओं को रोका जा सके।
अधिकारी के मुताबिक कम से कम दो महीने तक बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे। हालांकि, आगंतुकों के लिए कोई बड़ा प्रतिबंध नहीं होगा। परियोजना का क्रियान्वयन कर रही एजेंसी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने पूरे गलियारे को पांच हिस्सों में विभाजित किया है-इंडिया गेट, सी हेक्सागोन से मान सिंह रोड, मान सिंह रोड से जनपथ, जनपथ से रफी मार्ग और रफी मार्ग से विजय चौक। योजना के तहत इंडिया गेट से मान सिंह रोड तक उद्यान क्षेत्र में खाद्य सामग्री की अनुमति नहीं होगी।