करतापुर कॉरिडोर उद्घाटन: 1522 में करतारपुर साहिब की स्थापना से लेकर अब तक का इतिहास, जानें कब क्या हुआ

By भाषा | Updated: November 9, 2019 17:19 IST2019-11-09T17:19:11+5:302019-11-09T17:19:11+5:30

भारत और पाकिस्तान की ओर से 9 नवंबर (शनिवार) को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन कर दिया गया। प्रथम सिख गुरु नानक देव ने गुरुद्वारा करतारपुर साहिब की स्थापना की। यहां नानक देव ने अंतिम सांस ली थी। जानें इसका इतिहास

Kartapur Corridor Inauguration: History of Guru Nanak Dev's Kartarpur Gurdwara from year 1522 to November 9, 2019 | करतापुर कॉरिडोर उद्घाटन: 1522 में करतारपुर साहिब की स्थापना से लेकर अब तक का इतिहास, जानें कब क्या हुआ

गुरुद्वारा करतारपुर का साल 1522 से आज तक का इतिहास (फाइल फोटो)

Highlightsसाल 1522 में प्रथम सिख गुरु नानक देव ने गुरुद्वारा करतारपुर साहिब की स्थापना कीफरवरी 1999 में करतारपुर गलियारे का प्रस्ताव तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा

सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व से पूर्व ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे को शनिवार को खोल दिया गया। यह गलियारा पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ता है। गुरुद्वारा दरबार साहिब में ही सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष गुजारे थे। करतारपुर गलियारे से जुड़ी प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं:

1522- प्रथम सिख गुरु नानक देव ने गुरुद्वारा करतारपुर साहिब की स्थापना की। यहां नानक देव ने अंतिम सांस ली थी।

फरवरी 1999: करतारपुर गलियारे का प्रस्ताव तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा था, जब वह पाकिस्तान के साथ शांति पहल के तहत बस में लाहौर गए थे।

साल 2000: गुरुद्वारे तक भारत की सीमा में पुल निर्माण के जरिए पाकिस्तान ने भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को बिना पासपोर्ट और वीजा गुरुद्वारे के दर्शन की अनुमति दी।

15 अगस्त 2018: पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्लामाबाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ समारोह में शिरकत की।

20 अगस्त: शपथ समारोह से लौटने के बाद सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा ने उन्हें बताया है कि पाकिस्तान सरकार गुरु नानक की 550वीं जयंती पर डेरा बाबा नानक (करतारपुर) गलियारे को खोलेगी।

22 नवम्बर: भारतीय मंत्रिमंडल ने डेरा बाबा नानक से पाकिस्तान सीमा तक करतारपुर गलियारे की अनुमति दी।

26 नवम्बर: उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पंजाब के गुरदासपुर जिले के मान गांव में एक कार्यक्रम में डेरा बाबा नानक- करतारपुर साहिब गलियारे (अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक) का शिलान्यास किया।

28 नवम्बर: प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान की ओर चार किलोमीटर लंबे गलियारे का शिलान्यास किया।

तीन दिसम्बर: पाकिस्तान ने करतारपुर सीमा पर आव्रजन केन्द्र खोला।

14 मार्च 2019: भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच अटारी-वाघा सीमा पर भारत की ओर अटारी में करतारपुर गलियारे पर पहली बार बातचीत हुई।

19 मार्च: भारत पाकिस्तान ने तकनीकी वार्ता की।

29 मार्च: भारत ने करतारपुर पैनल में खालिस्तानी अलगाववादी की मौजूदगी को लेकर पाकिस्तान को चिंता व्यक्ति की।

16 अप्रैल: जीरो प्वांइट (करतारपुर) में पाकिस्तान और भारत के विशेषज्ञों और तकनीशियनों ने करतारपुर गलियारे पर चर्चा की।

27 अप्रैल: भारत, पाकिस्तान अधिकारियों ने मुलाकात कर करतारपुर गलियारे के तौर-तरीकों पर चर्चा।

आठ जुलाई: पाकिस्तान ने करतापुर गलियारे पर दूसरी बैठक में भारतीय मीडिया का स्वागत किया।

11 जुलाई: करतारपुर गलियारा परियोजना के लिए 2019-20 के बजट में पाकिस्तान ने 100 करोड़ रुपये आवंटित किए।

14 जुलाई: पाकिस्तान और भारत ने वाघा में करतारपुर गलियारे पर दूसरे दौर की वार्ता की, भारत ने करतारपुर साहिब तीर्थ यात्रा को बाधित करने के संभावित प्रयासों पर पाकिस्तान को ‘डोजियर’ दिया।

30 अगस्त: जीरो प्वांइट (करतारपुर) में पाकिस्तान और भारत के बीच तकनीकी वार्ता।

चार सितम्बर: अटारी में पाकिस्तान और भारत ने वाघा में करतारपुर गलियारे पर तीसरे दौर की वार्ता की।

20 अक्टूबर: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान नौ नवम्बर से करतारपुर गलियारा खोलेगा।

21 अक्टूबर: भारत ने करतारपुर साहिब जाने वाले भारतीय तीर्थयात्रियों से 20 अमेरिकी डॉलर वसूले जाने पर खेद जताया।

24 अक्टूबर: भारत, पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारा शुरू किए जाने को लेकर एक समझौता किया।

30 अक्टूबर: पाकिस्तान ने गुरु नानक की 550वीं जयंती के जश्न के हिस्से के तौर पर 50 सिक्के जारी किए।

एक नवम्बर: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खाने ने कहा कि भारतीय तीर्थयात्रियों को पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी।

चार नवम्बर: जरनैल सिंह भिंडरावाले सहित सिख अलगाववादी करतारपुर पर पाकिस्तान की आधिकारिक वीडियो में दिखें, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई।

पांच नवम्बर: भारत के सिख तीर्थयात्री पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे पहुंचे, जहां सोने की पालकी स्थापित की गई।

छह नवम्बर: भारत ने पाकिस्तान से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि करतारपुर यात्रा के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता है या नहीं यह स्पष्ट करे।

सात नवम्बर: पाकिस्तान सेना ने कहा, भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को करतारपुर आने के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता होगी।

आठ नवम्बर: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारतीय तीर्थ यात्रियों को नौ और 12 नवम्बर को 20 अमेरिकी डॉलर शुल्क अदा नहीं करनी होगी।

नौ नवम्बर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करतारपुर गलियारे के रास्ते पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले 500 से अधिक भारतीय तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री मोदी ने एकीकृत जांच चौकी का उद्घाटन किया जहां श्रद्धालुओं को नवनिर्मित गलियारे से होकर जाने के लिए यात्रा मंजूरी प्रदान की जाएगी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान की ओर गलियारे का उद्घाटन किया।

Web Title: Kartapur Corridor Inauguration: History of Guru Nanak Dev's Kartarpur Gurdwara from year 1522 to November 9, 2019

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