बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के शिक्षा मंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण पर पलटवार करते हुए बयान दिया है। उन्होंने कहा, "अश्वथ नारायण के सार्वजनिक सभा में मुझे 'मारने की अपील' से मैं हैरान नहीं हूं उस पार्टी (भाजपा) के नेताओं से हम प्यार और दोस्ती की उम्मीद भी कैसे कर सकते हैं जो महात्मा गांधी के हत्यारों की पूजा करते हैं?"
कांग्रेस नेता ने भाजपा के राज्य मंत्री पर करारा तंज कसते हुए ये बयान दिया। दरअसल, भाजपा मंत्री अश्वथ नारायण ने एक जनसभा के दौरान कथित तौर पर सिद्धारमैया और 17वीं सदी के मैसूर शासक टीपू सुल्तान के बीच तुलना की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिक्षा मंत्री ने बुधवार को लोगों से सिद्धारमैया को 'खत्म' करने की अपील की थी।
भाजपा मंत्री के बयान पर सिद्धारमैया ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर उनपर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा," उच्च शिक्षा मंत्री ने लोगों से अपील की है कि मुझे टीपू सुल्तान की तरह मार डालो। अश्वथ नारायण आप लोगों को भड़काने की कोशिश क्यों कर रहे हैं? वो खुद क्यों नहीं बदूंक उठा लेते"।
"क्या गुजरात बीजेपी की सोच कर्नाटक बीजेपी में आ गई है"- सिद्धारमैया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने कर्नाटक की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और उनकी सरकार पर हमला किया और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की अक्षम कैबिनेट सो रही है और अश्वथ नारायण के साथ समझौता कर रही है।
उन्होंने आगे कहा,"क्या गुजरात बीजेपी की संस्कृति कर्नाटक बीजेपी में भी आ गई है? क्या नरेंद्र मोदी अब वैसे ही चुप रहेंगे जैसे 2002 में चुप थे? कन्नड लोग कभी भी कर्नाटक को गुजरात जैसा नहीं बनने देंगे।"
भाजपा मंत्री ने क्या कहा?
द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, अश्वथ नारायण ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि क्या आप टीपू या सावरकर चाहते हैं? इस टीपू सुल्तान को कहां भेजें, उरी गौड़ा नानजे गौड़ा ने क्या किया, तुम्हें उसे उसी तरह खत्म कर देना चाहिए? उन्होंने रैली में टीपू सुल्तान के जरिए सिद्धारमैया को खत्म करने का आग्रह किया और ठीक उसी तरह जैसे दो वोक्कालिंग सरदारों उरी गौड़ा और नन्जे गौड़ा ने टीपू सुल्तान को मार डाला था, इसे लेकर उन्होंने बयान दिया।
गौरतलब है कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही टीपू सुल्तान का मुद्दा एक बार फिर उठ गया है। टीपू सुल्तान विवाद ने कर्नाटक में राजनीतिक हलचल को तेज कर दिया है। राज्य के भाजपा प्रमुख नलिन कुमार कतील ने कहा कि मैं यहां लोगों से पूछता हूं कि आप भगवान हनुमान की पूजा करते हैं या टीपू की? तो फिर जो टीपू के कट्टर अनुयायी है, क्या आप उन्हें जंगल में भेज देंगे। मैं एक चुनौती जारी कर रहा हूं, जो टीपू के कट्टर अनुयायी हैं, उन्हें इस उपजाऊ जमीन पर जिंदा नहीं रहना चाहिए। इस बयान के बाद से कर्नाटक में राजनीतिक माहौल गर्म हो रखा है।