बेंगलुरु: कांग्रेस विधायकों ने ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा के राष्ट्र ध्वज के संबंध में दिए गए कथित बयान को लेकर उन्हें बर्खास्त और उनपर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग करते हुए पूरी रात कर्नाटक विधानसभा और विधान परिषद में बिताई। इस बीच कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार का कहना है कि ईश्वरप्पा को उनके भगवा ध्वज टिप्पणी पर इस्तीफा देना चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, शिवकुमार ने ये भी कहा, "हम कर्नाटक विधानसभा में रात भर विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे जब तक कि उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त नहीं किया जाता है, अन्यथा हम अदालत जाएंगे और विधानसभा को काम नहीं करने देंगे।" यही नहीं, कांग्रेस नेता ने ये भी कहा था, "सिर्फ केएस ईश्वरप्पा नहीं बल्कि भाजपा भी राष्ट्रीय ध्वज को बदनाम करने का एक हिस्सा है क्योंकि वो उनका समर्थन कर रहे हैं। वो संविधान को ठीक से नहीं जानते या राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान कैसे करें। कांग्रेस ने राष्ट्रीय ध्वज, संविधान, स्वतंत्रता दी है, वो (भाजपा) इसका आनंद ले रहे हैं।"
बता दें कि ईश्वरप्पा ने नौ फरवरी को कहा था कि 'भगवा ध्वज' भविष्य में कभी राष्ट्र ध्वज बन सकता है। हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा था कि तिरंगा अभी राष्ट्र ध्वज है और सभी को इसका सम्मान करना चाहिए। ऐसे में कांग्रेस ने गुरुवार को लगातार दूसरे दिन दोनों सदनों की कार्यवाही के दौरान प्रदर्शन किया।
विधानसभा के बाहर कल पत्रकारों से बातचीत में विपक्ष के नेता सिद्दरमैया ने भारतीय जनता पार्टी और संघ परिवार पर राष्ट्र ध्वज का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को ‘‘तार्किक अंत’’ तक ले जाने के लिए ‘‘दिन और रात’’ प्रदर्शन करने का फैसला किया है। यही नहीं, उन्होंने कहा था कि राज्यपाल को हस्तक्षेप करना चाहिए और ईश्वरप्पा को बर्खास्त करने का निर्देश देना चाहिए क्योंकि उनकी "टिप्पणियां राजद्रोह वाली" हैं।
(भाषा इनपुट के साथ)