बेंगलुरु:कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार के मंत्री केएस ईश्वरप्पा की कुर्सी आखिरकार चली गई और उन्हें न चाहते हुए मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। बेंगलुरु में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के साथ हुई लंबी बैठक के बाद मंत्री ईश्वरप्पा इस्तीफे के लिए राजी हुए।
इस मामले में जानकारी देते हुए न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया है कि भ्रष्टाचार और कांट्रेक्टर के सुसाइड मामले में गंभीर आरोपों का सामना करने वाले मंत्री ईश्वरप्पा को अंततः पद छोड़ना पड़ा है।
बताया जा रहा है कि ईश्वरप्पा और मुख्यमंत्री बोम्मई के बीत हुई बैठक में मंत्री बैराती बसवराज, एमटीबी नागराज, अरागा ज्ञानेंद्र और विधायक रमेश झारकीहोली भी मौजूद थे। यह बैठक मुख्यमंत्री के आवास पर हुई और उसके बाद ईश्वरप्पा ने बोम्मई कैबिनेट से त्यागपत्र देने का फैसला किया।
इस घटनाक्रम से पहले ईश्वरप्पा जब आज शाम शिवमोगा से बेंगलुरु के लिए रवाना हो रहे थे तो उन्होंने कहा था कि चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि वह मुख्यमंत्री से मिलकर जल्द ही वापस आ जाएंगे। वहीं शिवमोगा से गाड़ियों के लंबे काफिले के साथ निकले ईश्वरप्पा के समर्थकों ने उनके इस्तीफे के फैसले का काफी विरोध किया था
शिवमोगा से बेंगलुरु निकलते समय पत्रकारों के साथ बात करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा, "मैं पार्टी के लिए कोई परेशानी नहीं पैदा करना चाहता। इसलिए मैं अपना इस्तीफा सौंपने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने जा रहा हूं। मुझे भी विश्वास है कि मैं जांच में साफपाफ निकलूंगा।"