नई दिल्ली, 30 मार्च: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जुबान फिसलने वाले बयान पर सफाई दी है। शुक्रवार को पुराने मैसूर दौरे पर गए अमित शाह ने कहा कि उन्होंने गलती से सिद्धारमैया की जगह येदियुरप्पा बोल दिया तो कांग्रेस खुशी मनाने लगी। उन्होंने कहा, 'मुझसे भले गलती हुई होगी लेकिन कर्नाटक की जनता गलती नहीं करेगी।' पिछले दिनों एक प्रेस वार्ता के दौरान अमित शाह की जुबान फिसल गई थी और उन्होंने बोल दिया था कि येदियुरप्पा सरकार कर्नाटक की सबसे भ्रष्ट सरकार है। बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
लिंगायतों को साधने की कवायद
शुक्रवार को अमित शाह ने मैसूर के शाही परिवार से भी मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने लिंगायत समुदाय के प्रमुख धार्मिक स्थल सुत्तूर मठ का दौरा किया और मठ प्रमुख शिवरात्रि देशिकेंद्र महास्वामीजी से मुलाकात की थी। पुराने मैसूर दौरे के दौरान अमित शाह ने आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्यी की निंदा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार का अंत करीब आ गया है। अभी पुलिस हत्यारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है लेकिन बीजेपी सत्ता में आती है तो हम न्याय सुनिश्चित करेंगे।
पुराने मैसूर की 26 सीटों पर निगाहें
पुराने मैसूर के अंतर्गत चार जिले आते हैं- मैसुरू, चामराजनगर, माड्या और रामानगर। इन चार जिलों में विधानसभा की 26 सीटे हैं। 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को यहां से सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। इस बार बीजेपी की निगाहें इन्हीं सीटों पर टिकी हुई हैं। अमित शाह शुक्रवार और शनिवार को इन्हीं जिलों में जागृति यात्रा करेंगे।
224 सीटों पर 12 मई को मतदान
कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 12 मई को मतदान होंगे। फिलहाल कांग्रेस के पास 122 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत है। बीजेपी के पास महज 43 सीटों हैं। कर्नाटक चुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। पूरे देश में सिर्फ तीन राज्यों पर सिमटी कांग्रेस के लिए खुद का अस्तित्व बचाना एक बड़ी चुनौती है। वहीं बीजेपी उत्तर के बाद अब दक्षिण भारत में अपना आधार बनाना चाहती है।