बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा बनाम कांग्रेस के बीच में सत्ता के लिए हो रही लड़ाई लिंगायत समुदाय को लेकर फंसती जा रही है। सूबे में 17 फीसदी जनाधार वाले लिंगायत समुदाय को लेकर सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस अपने-अपने दावे लेकर आमने-सामने हैं। इस बीच कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा कथित तौर पर कर्नाटक की बर्बादी का ठीकरा लिंगायत समुदाय से बने भाजपा के मुख्यमंत्रियों पर फोड़ा गया है और उन्हें सूबे की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
सिद्धारमैया ने चुनावी प्रचार के दौरान एक रोडशो के दौरान प्रदेश की बदहाली के लिए लिंगयात समुदाय के मुख्यमंत्रियों को दोषी ठहराया है, जिसे लेकर कर्नाटक भाजपा ने बेहद आक्रामक तरीके से उन्हें घेरा है। कर्नाटक भाजपा ने सिद्धारमैया के लिंगायत समुदाय के मुख्यमंत्रियों के बारे में कहे उस वीडियो बयान को अपने ट्विटर हैंडल से साझा करते हुए कहा, "कर्नाटक के वीरशैव लिंगायतों को विभाजित करने के अपने कुटिल मंसूबों के विफल होने के बाद सिद्धारमैया अब उन्हें 'भ्रष्ट' और 'विध्वंसक' बताकर पूरे समुदाय को गाली दे रहे हैं। कर्नाटक कांग्रेस बताए कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं। गुरु बसवन्ना के अनुयायियों से इस हद तक नफरत?"
वहीं आलोक भट्ट नाम के एक ट्विटर यूजर ने भी सिद्धारमैया के उस वीडियो को साझा करते हुए ट्वीट किया है, "सिद्धारमैया- 'कर्नाटक को बर्बाद करने वाले लोग लिंगायत सीएम थे', यह कांग्रेस है। आप लिंगायतों को भ्रष्ट कहकर गाली दे रहे हैं। आश्चर्य है कि चुनाव से कुछ दिन पहले कांग्रेसी नेता द्वारा की गई इस गाली पर लिंगायत कैसे प्रतिक्रिया देंगे!"
मालूम हो कि सिद्धारमैया कर्नाटक की पिछड़ी जाति कुरबा समुदाय से आते हैं। लेकिन जहां तक लिंगायत समुदाय की बात है तो वह कर्नाटक में 17 फीसदी जनाधार रखने वाला जन समुदाय है, जिसे लेकर सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस आमने-सामने हैं। एक तरफ कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने जगदीश शेट्टर और लक्ष्मण सावदी का टिकट काटकर लिगायत समुदाय का अपमान किया है, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने 'लिंगायत सीएम' का नारा देकर कांग्रेस पशोपेश में डाल दिया है।
वहीं अब उससे भी एक कदम आगे बढ़ते हुए भाजपा ने कांग्रेस को सीधी चुनौती दे दी है कि वो उसकी पार्टी छोड़कर गये लिंगायत नेता और हुबली-धारवाड़ सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी जगदीश शेट्टर को अपना मुख्यमंत्री प्रत्याशी घोषित करके दिखाये। भाजपा की ओर कांग्रेस को यह चुनौती बोम्मई सरकार के मंत्री वी सोम्मना ने दी है, जो वरुणा विधानसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ मैदान में हैं। वैसे वी सोमन्ना चामराजनगर सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं।