बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सियासी फिजा बेहद तेजी से बदल रही है। भारतीय जनता पार्टी कल तक अपने जिस पूर्व मुख्यमंत्री का टिकट काटने के बाद उसे समझाने-बुझाने का प्रयास कर रही थी, अब उसके पाला बदलते ही हराने के लिए लामबंदी में जुट गई है। जी हां, भाजपा ने जगदीश शेट्टर द्वारा हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट पर कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद साफ कहा है कि जगदीश शेट्टर का भाजपा प्रत्याशी महेश तेंगिंकाई से हारना तय है।
कर्नाटक भाजपा के प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि जगदीश शेट्टर जिस चुनाव को अपने सक्रिय राजनीतिक जीवन का आखिरी चुनाव बता रहे हैं, उसमें उनका हुबली सीट से हारना तय हो गया है क्योंकि दलीय प्रतिबद्धता की सीमा को तोड़ते हुए उस पार्टी से टिकट लिया है, जिसका खुद उन्होंने जीवन भर विरोध किया था।
भाजपा नेता अरुण सिंह ने कहा, जगदीश शेट्टर की पराजय इस कारण सुनिश्चित है क्योंकि हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट पूरे कर्नाटक में भाजपा की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है और इसी कारण वो वहां से लगातार भाजपा के टिकट पर जीतते रहे।"
उन्होंने कहा कि हुबली में भाजपा कार्यकर्ता जगदीश शेट्टर को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं। शेट्टर चूंकि अब पाला बदलकर विरोधी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं और वह सीट सदैव से भाजपा की रही है तो उनका हारना तय है और इसमें कहीं कोई शक की गुंजाइश नहीं है।
अरुण सिंह ने कहा, "शेट्टर के पास अपना कोई जनाधार नहीं है, वो तो भाजपा के वोटबैंक के कारण जीतते थे। भाजपा कार्यकर्ता उनके विश्वासघात से बहुत आहत हैं और उन्हें हराकर ही सबक सिखाएंगे। शेट्टर के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार महेश तेंगिंकई भी शेट्टर की तरह लिंगायत हैं और उन्हीं के समान राजनैतिक करियर रखते हैं।
शेट्टार ने भाजपा पर टिकट न देकर लिंगायत समुदाय को अपमानित करने के आरोपों पर अरुण सिंह ने कहा कि लिंगायत के सबसे बड़े नेता भाजपा के बीएस येदियुरप्पा हैं, ये बात किसी को नहीं भूलनी चाहिए। इसके अलावा भाजपा में वी सोमन्ना और बीपी यतनाल जैसे लिगायत समुदाय के कई दिग्गज नेता हैं, जिनके आगे जगदीश शेट्टर कहीं नहीं ठहरते हैं।
भाजपा प्रभारी अरुण सिंह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसके मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के वक्त में कितना भ्रष्टाचार हुआ, लिंगायतों का अपमान हुआ और आज वो पार्टी जगदीश शेट्टर को टिकट देकर साबित कर रही है कि कांग्रेस में सबसे बड़ा अवसरवाद होता है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में भाजपा की सत्ता बरकरार रखेगी। अरुण सिंह ने कहा, "हमारा लक्ष्य 150 सीटों का है। हम इसे जरूर हासिल करेंगे।"