बेंगलुरु: कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए लिंगायत समुदाय के प्रभावशाली नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने बड़े ही आक्रामक रूप से एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला है। चुनावी नामांकन की तारीख समाप्त होने के महज एक दिन पूर्व भाजपा का दामन छोड़ने वाले जगदीश शेट्टर ने कहा, "भाजपा ने मेरा टिकट नहीं काटा बल्कि मेरे स्वाभिमान पर चोट पहुंचाया है। मैं छह बार हुबली-धारवाड़ से पार्टी का विधायक रहा और जब वो मेरे साथ ऐसा सलूक कर सकते हैं तो लिंगायत समुदाय यह बात अच्छे से समझ चुका है कि वो किसी के नहीं हैं।"
भाजपा के साथ दशकों पुराने संबंध टूटने पर शेट्टर ने कहा, "ये केवल मेरा नहीं मेरे क्षेत्र की जनता का अपमान था। मैंने तो भाजपा से सिर्फ 6 महीने ही विधायक बने रहने का समय था, फिर मैं खुद हट जाता लेकिन उन्होंने अंतिम समय तक भ्रम में रखा, ठीक वैसे ही उन्होंने अनंत कुमार के दिवंगत होने पर उनकी पत्नी तेजस्विनी अनंत कुमार के साथ किया। मैंने तो उन्हें पहले ही कह दिया था कि मैं न तो मंत्री बनूंगा और न ही मुख्यमंत्री बनूंगा।"
समाचार वेबसाइट डेक्कन हेराल्ड के साथ बात करते हुए जगदीश शेट्टर ने भाजपा छोड़कर सीधे कांग्रेस में शामिल होने और चुनाव लड़ने के मुद्दे पर कहा, "मैंने कांग्रेस में जाकर इस कारण चुनाव लड़ने का फैसला किया ताकि मेरे पास राष्ट्रीय पार्टी की ताकत हो। अगर मैं निर्दलीय चुनाव लड़ता तो वे मेरे समर्थकों को डरा-धमका कर मुझे चुनाव हराने की कोशिश करते क्योंकि राज्य और केंद्र की सत्ता उनके पास है और कांग्रेस में शामिल होते समय मैंने उनसे साफ कहा था कि मेरे साथ सिर्फ सम्मान से पेश आओ, जो कि भाजपा ने नहीं किया। आज की तारीख में कांग्रेस का हर कार्यकर्ता मेरा समर्थन कर रहा है, मुझे सम्मान दे रहा है।"
शेट्टर ने चुनाव के बाद भाजपा में वापस लौटने की संभावना के संबंध में कहा, "मैं अब बहुत दूर आ चुका हैं, अब तो नरेंद्र मोदी भी मुझे बुलाएंगे तो मैं वापस नहीं जाऊंगा। मेरे लिए भाजपा का अध्याय हमेशा के लिए समाप्त हो चुका है। अब मैं पूरी तरह कांग्रेस के लिए प्रतिबद्ध हूं। हालांकि मेरे मन में व्यक्तिगत तौर पर मोदी के लिए सम्मान है लेकिन कर्नाटक में भाजपा पर पूरी तरह से बीएल संतोष का कब्जा है, जिन्होंने मेरा टिकट कटवाया है। मैं लिंगायत समुदाय से आता हूं और बसवन्ना के सिद्धांतों का पालन करता हूं। भाजाप और संघ से मेरी दूरी कभी कम नहीं होने वाली है। हालांकि मेरे व्यक्तिगत संबंध संघ के पदाधिकारियों से हैं और वो हमेशा बने रहेंगे।"
जगदीश शेट्टर ने केवल टिकट के लिए दशकों पुरानी पार्टी की प्रतिबद्धता से पीछे हटने के सवाल पर कहा, "भाजपा अब वो भाजपा नहीं रही, जिसे हमने कर्नाटक में खड़ा किया। आज की भाजपा ने ही तो सिर्फ सत्ता के लिए कांग्रेसी विधायकों को तोड़ा था, तब कहां थी उनकी विचारधारा। मैं राजनीतिक के आखिरी पड़ाव पर हूं और मैंने कर्नाटक में भाजपा को खड़ा किया, उसने मेरे साथ क्या किया। लोग उसे भी देख रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि 1994 से पहले भाजपा के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। यहां पर भाजपा का कोई आधार नहीं था। मैंने अपने बल पर भाजपा को खड़ा किया। यहां शेट्टर का जनाधार भाजपा के जनाधार से कहीं ज्यादा बड़ा है।