बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के टिकट वितरण को लेकर पार्टी के मौजूदा विधायकों में भारी असंतोष दिखाई देने लगा है। बुधवार देर रात भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की गई। जिसमें कुल 23 नामों का ऐलान किया गया। इससे पहले भाजपा 189 प्रत्याशियों की पहली सूची भी जारी कर चुकी है यानी भाजपा ने कुल 224 सीटों में से 212 सीटों पर प्रत्यशियों का ऐलान तो कर दिया है लेकिन इन नामों की घोषणा भाजपा के लिए भारी सिरदर्द साबित हो रहा है।
ऐसा ही कुछ-कुछ मामला गुरुवार को उस समय देखने को मिला, जब मुदिगेरे विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक एम पी कुमारस्वामी ने टिकट कटने के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। विधायक एमपी कुमारस्वामी ने अपने टिकट काटे जाने का ठीकरा राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि पर फोड़ा है। पार्टी ने एमपी कुमारस्वामी की जगह दीपक डोड्डैया को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।
तीन बार विधायक चुने गये एमपी कुमारस्वामी ने बेहद तल्ख अंदाज में कहा कि वह भाजपा विधायक पद से अपना इस्ताीफ विधानसभा अध्यक्ष को भेज चुके हैं। कुमारस्वामी ने टिकट कटने पर पार्टी राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि पर निशाना साधा और कहा कि उनका टिकट कटना केवल और केवल उनके और सीटी रवि के बीच निजी रंजीश का परिणाम है।
विधायक एमपी कुमारस्वामी ने कहा वह इस अन्याय के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे और जल्द ही अपने समर्थकों और निर्वाचन क्षेत्र मुदिगेरे की जनता से चर्चा करने के बाद अपना फैसला जल्द ही लेंगे।
वहीं सियासी जानकारों का कहना है कि अगर अनुसूचित जाति से आने वाले भाजपा विधायक एमपी कुमारस्वामी बगावत करते हैं तो हो सकता है कि वो जेडीएस में शामिल हो जाएं और उसके टिकट पर चुनाव लड़ें या फिर वो बतौर निर्दलीय प्रत्याशी भी मुदुगेरे से पर्चा दाखिल कर सकते हैं। अगर दोनों स्थितियों में कुछ भी होता है तो निश्चित तौर पर मुदिगेरे विधानसभा की सीट पर भाजपा के लिए भारी परेशानी खड़ी हो सकती है।
उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने और उसमें अपना न देखकर विधायक एमपी कुमारस्वामी ने कहा, "मैंने पार्टी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। मैं अपने समर्थकों और मतदाताओं के साथ चर्चा करूंगा और कुछ दिनों में अपना अगला कदम तय करूंगा।"
इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि पर सीधा हमला करते हुए कहा, "मेरा टिकट ऐसा नहीं कटा है, इसमें पूरी तरह से सी टी रवि का हाथ है। वो व्यक्तिगत तौर पर नहीं चाहते थे कि मुझे पार्टी का टिकट मिले। मेरी औऱ उनकी व्यक्तिग रंजीश है। वो राष्ट्रीय महासचिव हैं, ताकतवर हैं। अगर मैं उनकी स्थिति में होता और वह मेरी जगह होते, तो मैं भी शादय यही करता।"
विधायक एमपी कुमारस्वामी ने भाजपा नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा, "पार्टी भारी भूल कर रही है, ये सीटी रवि पूरी पार्टी को खत्म कर देंगे।"
विधायक कुमारस्वामी ने येदियुरप्पा के मजबूत साख की ओर इशारा करते हुए कहा, "अगर बीएस येदियुरप्पा केवल एक हफ्ते के लिए अपना फोन बंद कर दें तो भाजपा सीधे 50 सीटों पर चुनाव हार जाएगी। अगर येदियुरप्पा नहीं होंगे तो कर्नाटक के लोग किसी भी सभा हो, नहीं आएंगे।"