बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा का यह कहते हुए आभार जताया है कि उन्होंने चुनाव बाद भी सीएम पद के लिए बोम्मई को ही आगे करने की बात की है। मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा, "हालांकि चुनाव बाद मुख्यमंत्री का चयन केंद्रीय संसदीय बोर्ड और विधायक दल मिलकर चुनाव करेंगे लेकिन फिर भी मैं पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की सदाशयता को लेकर आभार प्रगट करता हूं कि उन्होंने अगले मुख्यमंत्री के तौर पर भी मेरा नाम लिया है।"
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, "जेपी नड्डा जी के साथ-साथ अमित शाह जी भी मेरे नेतृत्व पर भरोसा जता चुके हैं और मुझे इस बात का बेहद संतोष है कि केंद्रीय आलाकमान मेरे कार्यों से खुश है। मेरा एक ही लक्ष्य है कि चुनाव बाद भाजपा पूर्ण बहुमत हासिल करे और हम 2024 के लोकसभा चुनाव के व्यापक तैयारियों में लग जाएं।"
इसके साथ ही मुख्यमंत्री बोम्मई ने विपक्षी दल जेडीएस को घेरते हुए कहा कि कुमारस्वामी जी ने भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस के साथ भीतरी समझौता किया है लेकिन ये खुलकर सामने नहीं बोल रहे हैं क्योंकि इन्हें भय है कि जनता के बीच कांग्रेस और जेडीएस की सच्चाई बेपर्दा हो जाएगी।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को चुनौती देते हुए कहा, "मैं इस मामले में किसी और से नहीं सीधे देवेगौड़ा जी पूछना चाहता हूं कि वो बताएं कि चुनाव में किस बड़े दल ने उनके साथ समझौता करने के लिए संपर्क किया था।"
मुख्यमंत्री बोम्मई ने इससे पहले रविवार को भी जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा को चुनौती दी कि वे भाजपा और कांग्रेस के उन नेताओं के नाम का खुलासा करें, जिनके बारे में वो दावा कर रहे है कि चुनाव बाद जेडीएस के साथ गठबंधन के लिए उनसे संपर्क किया गया था।
बोम्मई ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "यह बात देवगौड़ा ने कही है तो सच्चाई भी वही सामने ला सकते हैं, वो उन लोगों के नामों का खुलासा करें न, जिन्होंने विधानसभा चुनाव के बाद जेडीएस के साथ गठबंधन सरकार बनाने के लिए बात की है।"
उन्होंने कहा, "भाजपा ऐसे किसी समझौते में भरोसा नहीं करती है क्योंकि हम अपने बल पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रहे हैं, देवेगौड़ा जी किस दल की बात कर रहे हैं ये सभी जानते हैं लेकिन वो दल और साथ में जेडीएस इस बात को अच्छे से जान ले कि कर्नाटक की जनता आने वाले चुनाव में 10 मई को उन्हें 5 साल विपक्ष में बैठने के लिए वोट करने जा रही है। कर्नाटक की जनता दोनों दलों के भीतर चल रहे खेल को अच्छे से समझ रही है।"