बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में दूसरों यानी विपक्ष से ज्यादा अपनों के बगावत, नाराजगी और राजनीतिक सन्यास की खबरों से परेशान है। 224 विधानसभा सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में फिर से जीत का परचम लहराने के लिए भाजपा जिस कवायद में जुटी है, उसमें उसे पार्टी के कुछ मौजूदा विधायकों के साथ-साथ वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है।
इन्हीं सब बातों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बीते बुधवार को कहा कि कोई भी नाराज नहीं है, कोई बगावत नहीं है। वो सबसे बात करेंगे। किसी ने नाराज होकर राजनीति से सन्यास नहीं लिया है।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने यह बात मंगलूरु के श्री क्षेत्र धर्मस्थल मंजूनाथ स्वामी मंदिर और कुक्के सुब्रह्मण्य मंदिर में मत्था टेकने के बाद कही। दोनों मंदिरों में पूजा-अर्चना के बाद सीएम बोम्मई ने कहा कि वो राज्य के कल्याण के लिए देवता के दरबार में आये हैं। सच्चाई की जीत होगी और भाजपा फिर से बहुमत से जीतकर सरकार बनाएगी।"
सीएम बोम्मई ने सुल्लिया विधानसभा क्षेत्र से छह बार के विधायक और मंत्री एस अंगारा के टिकट कटने और राजनीति से संन्यास लेने पर कहा, "हमारे मंत्री एस अंगारा बेहद सज्जन व्यक्ति हैं, राजनीति में ऐसे लोग कम ही होते हैं। मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से बात करूंगा। उन्हें मनाने की कोशिश करूंगा।"
वहीं भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायक लक्ष्मण सावदी का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा, "मैं इस बात को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं कि सावदी का मुझसे और पार्टी से गहरा लगाव है। उन्होंने गुस्से में बयान दिया या ऐसा कदम उठाया है। उनके साथ भी मैं बातचीत करुंगा और उनकी नाराजगी को दूर करके विवाद को सुलझा लूंगा।"
बसवराज बोम्मई ने वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे केएस ईश्वरप्पा के राजनीति से सन्यास लेने के मामले पर कहा, "केएस ईश्वरप्पा कर्नाटक भाजपा के आधार स्तंभ हैं। वो राजनीतिक रूप से रिटायर नहीं हुए हैं। उन्होंने खुद को चुनावी राजनीति से दूर किया है। आलाकमान उनसे बात करेगा, वो हमेशा साथ रहेंगे।"
मालूम हो कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के टिकट वितरण को लेकर पार्टी के मौजूदा विधायकों में भारी असंतोष दिखाई दे रहा है। बुधवार देर रात भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा दूसरी सूची जारी की गई। जिसमें कुल 23 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया। इससे पहले भाजपा 189 प्रत्याशियों की पहली सूची भी जारी कर चुकी है यानी भाजपा ने कुल 224 सीटों में से 212 सीटों पर प्रत्यशियों का ऐलान तो कर दिया है लेकिन इन नामों की घोषणा भाजपा के लिए भारी सिरदर्द साबित हो रहा है।