बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर हमला करते हुए कहा कि कहा कि कांग्रेस ने चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने का वादा करके इस चुनाव में अपनी कब्र खोद ली है। लिंगायत नेता बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को पत्रकारों से से बात करते हुए कहा, "कांग्रेस दिन में सत्ता का सपना देख रही है। उसने सत्ता की लालच में बजरंग दल पर बैन लगाने की बात अपने चुनावी घोषणापत्र में की है। लेकिन मैं दावे के साथ कह रहा हूं कि वो कोई भी सपना देख ले, कैसे भी वादे कर ले। कर्नाटक की जनता उन्हें नहीं स्वीकार करेगी, उन्होंने बजरंग दल पर बैन की बात करके अपनी चुनावी कब्र खोद ली है।"
पूर्व सीएम येदियुरप्पा के इस हमले के अलावा भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने भी कांग्रेस को घेरते हुए कहा, "अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो कर्नाटक में 'ओसामा बिन लादेन' और 'मुल्ला उमर' वाली सरकार का मॉडल स्थापित हो जाएगा। अगर कांग्रेस जीत दर्ज करती है तो कर्नाटक में ऐसी तालिबान सरकार बनेगी, जो न केवल हिंदू समर्थक संगठनों बल्कि राम के आदर्शों का पालन करने वाले हिंदुओं के लिए भी खतरनाक होगा।"
भाजपा सांसद सिम्हा ने पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस से सवाल किया और कहा, “हम कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार से क्या उम्मीद कर सकते हैं, जिन्होंने अपने कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र के तहत शिव की एक पवित्र पहाड़ी का नाम बदलकर जीसस हिल कर दिया दिया और पूर्व सीएम सिद्धारमैया तो हनुमान जयंती को ही संदेह की नजर से देखते हैं?”
उन्होंने कहा, "कर्नाटक के लोग बजरंग दल का विरोध करने वाली कांग्रेस के 'नवरंगी आटा' के बारे में लोग जानते हैं। अगर यहां पर कांग्रेस की सरकार बनती है तो बच्चों की पाठ्यपुस्तकों में गजनी और टीपू सुल्तान का महिमामंडन किया जाएगा। आखिर कांग्रेस ने कैसे बजरंग दल की तुलना केंद्र द्वारा प्रतिबंधित पीएफआई से की। क्या उनका इरादा पीएफआई पर लगे प्रतिबंध को हटाने का है, जो वो बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं? आखिर कांग्रेस हनुमान जी से नफरत क्यों करती है? भगवान राम, माता सीता और उनके भक्त हनुमान तो इस भारत की आत्मा हैं।”
भाजपा सांसद ने कांग्रेस से पूछा, “क्या बजरंग दल के किसी सदस्य ने किसी का अपहरण किया है? क्या किसी को मारा है? क्या उन्होंने ऐसा कुछ किया है, जिससे समाज में शांति भंग हो? पीएफआई और केडीएफ के सदस्यों के खिलाफ तो ऐसे सैकड़ों गंभीर मामले हैं। भला कांग्रेस किस तरह से पीएफआई की तुलना बजरंग दल से कर सकती है?”
उन्होंने कहा, “इस देश में गायों की रक्षा और कर्नाटक के हिंदूओं की रक्षा के लिए बजरंग दल लड़ाई लड़ता है। कांग्रेस इस बात को अच्छे से समझ ले कि यही बजरंगी जो हिंदुओं और गोमाता की रक्षा करते हैं, कांग्रेस को कुचल कर रख देंगे।”