'पीएम विश्वकर्मा' योजना को लेकर कपिल सिब्बल का पीएम मोदी पर कटाक्ष, ट्वीट कर कही ये बात
By मनाली रस्तोगी | Published: September 18, 2023 02:36 PM2023-09-18T14:36:43+5:302023-09-18T14:38:24+5:30
राज्यसभा के सदस्य कपिल सिब्बल ने ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना की शुरुआत को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को शिल्पकारों की याद 10 साल बाद और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आई है।

'पीएम विश्वकर्मा' योजना को लेकर कपिल सिब्बल का पीएम मोदी पर कटाक्ष, ट्वीट कर कही ये बात
नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने सोमवार को पीएम विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वह 10 साल तक शिल्पकारों के बारे में भूल गए और 2024 से ठीक पहले उन्हें याद किया। सिब्बल का पीएम पर हमला मोदी द्वारा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए 13,000 करोड़ रुपये की पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू करने के एक दिन बाद आया है।
कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा, "विश्वकर्मा योजना: हिंदू पौराणिक कथा: विश्वकर्मा दिव्य बढ़ई और देवताओं के हथियारों के मास्टर शिल्पकार थे...मोदीजी, राजनीति के दिव्य, मास्टर शिल्पकार से बहुत दूर हैं। 10 साल तक कारीगरों और बढ़ई को भूल गए! 2024 से ठीक पहले उनकी याद आई! सुविधाजनक। नहीं?" प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर 'पीएम विश्वकर्मा' योजना की शुरुआत की।
Vishwakarma Scheme :
— Kapil Sibal (@KapilSibal) September 18, 2023
Hindu Mythology: Vishwakarma was divine carpenter and master craftsman of weapons of Gods…
Modiji, far from divine, master craftsman of politics
Forgot about craftsmen and carpenters for 10 years !
Remembered them just before 2024 !
Convenient. No?
इससे पहले उन्होंने इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर 'यशोभूमि' के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित किया और दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन पर द्वारका सेक्टर 21 से सेक्टर 25 तक के विस्तार का भी उद्घाटन किया।
'पीएम विश्वकर्मा' योजना का उद्देश्य न केवल देशभर के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से समर्थन देना है, बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति तथा विविध विरासत को जीवित और समृद्ध रखना भी है। 'पीएम विश्वकर्मा योजना' में 18 पारंपरिक शिल्प-कलाओं को शामिल किया गया है।
लोकसभा चुनाव 2024 में होने हैं। सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी और समाजवादी पार्टी के समर्थन से एक स्वतंत्र सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए।