कमलनाथ ने शिव जी को लिखा था खत, नंदी ने यूं भेजा जवाब
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: July 16, 2018 06:46 PM2018-07-16T18:46:47+5:302018-07-16T18:46:47+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने हाल ही में भगवान शिव को एक ‘खुला पत्र’ लिख कर भगवान से मांग की है कि वह राज्य की जनता को आशीर्वाद देकर उनको (जनता) भाजपा सरकार के ‘कुशासन’ से मुक्ति दिलाएं।
इस साल नवंबर में होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने हाल ही में भगवान शिव को एक ‘खुला पत्र’ लिख कर भगवान से मांग की है कि वह राज्य की जनता को आशीर्वाद देकर उनको (जनता) भाजपा सरकार के ‘कुशासन’ से मुक्ति दिलाएं।
ऐसे में उनके इस खत का जवाब उन्हीं के अंदाज में दिया गया है। कमलाथ के जवाब के वायरल हो रहे खत का जवाब नंदी के द्वारा दिया गया है। खत में ‘नंदी’ कहते हैं, ”मैंने आपका पत्र महादेव को पढ़कर सुनाया। प्रभु बहुत बोले हैं, उन्होंने आपकी बातों पर विश्वास कर आपकी इच्छा पूरी करने की बात कही। आप जानते हैं कि प्रभु की लीलायें न्यारी हैं, उनका आशीर्वाद देने का तरीका भी निराला है। तो महादेव ने कांग्रेस के लिए अपना आशीर्वाद एक नारियल के रूप में आपके अपने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास पहुंचाया मगर उन्होंने उसका तिरस्कार कर दिया। मैंने भोलेनाथ से स्वयं आप सब लोगों को सद्बुद्धि देने की विनती की है।”
मध्यप्रदेश को @ChouhanShivraj सरकार से मुक्त करा कर @INCIndia की सरकार बनवाने के लिए कॉंग्रेसी सांसद कमलनाथ ने कल भगवान शिव को एक खुला पत्र लिखा था।
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) July 15, 2018
भगवान शिव ने उस पत्र का जवाब आज दिया है। ये रही उसकी प्रतिलिपि। pic.twitter.com/OFSKbMXsmm
गौरबतल है कि हाल ही में मीडिया को जारी किये गये एक पत्र में कमलनाथ ने भगवान महाकाल से कहा, ‘‘महाकाल आप अंतर्यामी हैं। ठगने वाले :मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान: एक बार फिर आपके सामने आ रहे हैं। छल एवं प्रपंच की तैयारी है। लेकिन अब आशीर्वाद नहीं, धोखे एवं कर्मों के फल देने का समय आ गया है। अब आप जनता को आशीर्वाद देकर उनको शिवराज सरकार के कुशासन से मुक्ति दिलायें।’’ पत्र में लिखा गया है कि पांच साल पहले विधानसभा चुनाव के समय चौहान ने आपके समक्ष पत्र लिखकर राज्य की साढ़े सात करोड़ जनता के लिए आपकी अंश मान अर्चना की थी। प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाने का वादा किया था।
कमलनाथ ने लिखा कि आज वही शिवराज आपकी नगरी में फिर चुनावी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ निकालने के लिए (14 जुलाई को) आपके समक्ष आ रहे हैं। धार्मिक आस्थाओं के नाम पर मतदाताओं को ठगने को खेल खेलने की तैयारी है।
इसमें लिखा गया है कि आज राज्य की स्थिति भयावह है। किसान कर्ज के बोझ से एवं खेती घाटे का धंधा बनने से बड़ी संख्या में आत्महत्या कर रहा है। उसे हक मांगने पर न्याय की बजाय सीने में गोलियां मिलती हैं। युवा बेरोजगारी के कारण खुद को ठगा महसूस कर मौत को गले लगा रहा है। मामा (चौहान) के राज में मासूम भांजियां प्रतिदिन दरिंदगी का शिकार हो रहीं हैं। भ्रष्टाचार, घपले-घोटाले, खुद की ब्रांडिंग व प्रचार प्रसार पर करोड़ों रूपये खर्च कर राज्य को कर्ज के दलदल में धकेल दिया गया है। महंगाई के कारण जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। नर्मदा नदी के आंचल को अवैध उत्खनन से रोज छलनी किया जा रहा है।
पत्र में लिखा है, ‘‘दावा विकास को लेकर सर्वश्रेष्ठ का किया गया था, लेकिन जनता विकास के खोखले दावे की हकीकत समझ चुकी है।’’ गौरतलब है कि 14 जुलाई से शिवराज की उज्जैन से जन आशीर्वाद यात्रा शुरू हो रही है। वह महाकाल का आशीर्वाद लेने के बाद जनता के बीच जाएंगे। उधर, कांग्रेस 18 जुलाई से पोल खोल यात्रा शुरू करेगी। तराना से कमलनाथ यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे और मुख्यमंत्री जहां-जहां रथ लेकर पहुंचेंगे, पीछे-पीछे कांग्रेस भी यात्रा निकालेगी।