JPSC Result 2020: JPSC परीक्षा में हजारीबाग की सुमन गुप्ता बनी टॉपर तो पति गौतम कुमार ने हासिल किया 32वां रैंक
By प्रिया कुमारी | Updated: April 23, 2020 13:47 IST2020-04-23T13:47:59+5:302020-04-23T13:47:59+5:30
जेपीएससी की छठी सिविल सेवा परीक्षा का अंतिम परिणाम इसी हफ्ते मंगलवार को जारी किया गया। कुल 325 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं।

टॉपर सुमन गुप्ता और उनके पति गौतम कुमार (फोटो-सोशल मीडिया)
जेपीएससी की छठी सिविल सेवा परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी इस हफ्ते जारी कर दिया गया। कुल 325 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। छठी सिविल सेवा परीक्षा की टॉपर सुमन गुप्ता बनी। उनकी खुशी लेकिन दोगुनी हुई क्योंकि इस परीक्षा में उनके पति गौतम कुमार का भी चयन राज्य प्रशासनिक सेवा में हुआ है।
गौतम नें 32वां स्थान प्राप्त किया है। हजारीबाग के बड़कागांव की रहने वाली सुमन गुप्ता बहुत ही ज्यादा खुश हैं। दोनों ने पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त किया।
सुमन गुप्ता हजारीबाग मुख्य डाकघर में पोस्टल असिस्टेंट के पद पर कार्य करती हैं। और उनके पति गौतम रांची में सब इंस्पेक्टर हैं। उन्होंने बताया कि दोनों मिलकर साथ इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। गौतम के पिता बानी महतो किसान है। सुमन ने बताया कि उनके लिए पांच साल इंतजार करना कितना भारी था। इस दौरान पति ने काफी मदद की। उन्होंने कहा कि मेरे पति केवल मेरे पति नहीं बल्कि मेरे दोस्त भी हैं।
उन्होंने कहा, एक प्रतियोगी के तौर पर हमेशा उन्होंने मुझे सपोर्ट किया। पढाई को लेकर उन्होंने बताया कि एनसीइआरटी की किताबों को बारीकी से समझते थे फिर उन नोट्स पर एक-एक टॉपिक पर काम किया। वहीं दोनों एक-दूसरे से डिस्कशन व डाउट क्लीयर करते थे। अब यूपीएससी परीक्षा के बारे में सोच रहे हैं।
गौतम कुमार ने अपनी सफलता की कहानी बताते हुए कहा कि 2015 में सिपाही बहाली के दौरान एक छोटी सी गलती के दौरान मिली फटकार मेरे लिए प्रेरणा बन गई। दौडते समय मुझसे एक गलती हो गई थी जिसे लेकर कहा गया था कि ऐसी हरकत करोगे तो सिपाही भी नही बन सकोगे। इसके बाद उन्होंने तय किया कि अब कोई ढिलाई कभी नहीं बरतेंगे।
गौतम कुमार ने सिपाही बहाली परीक्षा में सफल होने के बाद 2017 में वनरक्षी की परीक्षा पास की। लेकिन नौकरी नहीं की। उसके बाद 2018 में दरोगा की परीक्षा पास की और फिलहाल वह दारोगा के रूप में रांची में कार्यरत हैं। 2019 में हाई स्कूल शिक्षक की परीक्षा भी पास कर गए थे, लेकिन दारोगा पद को नही छोड़ा। गौतम कहते हैं कि जेपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद भी वह पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुए हैं। अभी भी यूपीएससी में तैयारी रहेगी।