जोधपुरः राजस्थान के जोधपुर शहर में ईद के दिन सांप्रदायिक तनाव के बाद मंगलवार को 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। पुलिस ने उपद्रव की घटनाओं के संबंध में 97 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हुए अधिकारियों को ऐसी घटनाओं के जिम्मेदार असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। शहर में हालात पर निगाह रखने के लिए आला अधिकारियों के साथ लगभग 1,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
हालात और ना बिगड़ें इसके मद्देनजर मोबाइल इंटरनेट सेवा फिलहाल बंद कर दी गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उनके गृहनगर जोधपुर पहुंचे गृहराज्य मंत्री राजेन्द्र यादव ने कहा कि घटना में घायल तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जबकि 12-15 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम घटना के सभी पहलुओं पर चर्चा करने के लिये अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। अगर किसी अधिकारी ने सही जानकारी सरकार से साझा नहीं की तो उसे हटा दिया जायेगा। घटना की सभी पहलुओं से जांच की जाएगी और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जायेगा।’’ जोधपुर पहुंचे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) हवा सिंह घुमरिया ने बताया, ‘‘कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया जा रहा है। हालात पर नजर रखने के लिए आला अफसरों के साथ लगभग 1,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।’’
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार उपद्रव की घटनाओं के संबंध में 97 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य की पहचान का प्रयास किया जा रहा है। इससे पहले जोधपुर के कार्यपालक मजिस्ट्रेट राजकुमार चौधरी ने हालात पर काबू पाने के लिए मंगलवार दोपहर शहर के दस थाना क्षेत्रों- उदयमंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खांडा फलसा, प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर और सरदारपुरा में मंगलवार दोपहर एक बजे से बुधवार, चार मई की मध्यरात्रि तक कर्फ्यू के आदेश जारी किए।
मजिस्ट्रेट के आदेशानुसार, शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने व जनजीवन व्यवस्थित रखने के लिए कर्फ्यू लगाया जाना आवश्यक है। वहीं संभागीय आयुक्त ने आदेश जारी कर सम्पूर्ण जोधपुर जिले में इंटरनेट सेवाओं को आगामी आदेश तक अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया है ताकि अफवाहें फैलने से रोका जा सके।
वहीं जयपुर में मुख्यमंत्री गहलोत ने पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ उच्च-स्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की। उन्होंने साम्प्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाओं के लिए जिम्मेदार असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।