नई दिल्ली, 10 जून: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में भारतीय सेना कतो बड़ी सफलता हाथ लगी है। सेना के जवानों ने 5 आंतकियों को मार गिराया है। ये तीनों ही आतंकी घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। इलाके में सेना की तरफ से सर्च अभियान जारी है। बता दें कि दो दिन पहल यानी सात जून को कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में ही पाकिस्तान के बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) ने पेट्रोलिंग टीम पर हमला किया था। उस हमले में चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
राजनाथ सिंह के श्रीनगर पहुंचते ही पाकिस्तान ने किया सेना पर हमला, 4 जवान जख्मी
भारतीय सेना पर पाकिस्तान की तरफ से ये हमला उस वक्त हुआ था, जब वो इलाके में पेट्रोलिंग कर रहे थे। हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच शांति समझौता हुआ था। लेकिन पाकिस्तान ने एक बार फिर से शांति समझौता का तोड़ा है। हमले के बाद से सेना की तरफ से जवाबी कार्रवाई जारी है।
2018 में संघर्षविराम उल्लंघन की 1000 से अधिक घटनाएं हुयीं : भारत
विदेश मंत्रालय ने आज कहा कि पाकिस्तान की ओर से इस वर्ष संघर्षविराम उल्लंघन की 1000 से अधिक घटनाएं हुई हैं और भारत उम्मीद करता है कि पाकिस्तान 2003 के संघर्षविराम समझौते का पालन करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघनों का इस्तेमाल आतंकवादियों की घुसपैठ में सहायता प्रदान करने के लिए किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि सीमा पर जब भी बिना उकसावे का कोई हमला होता है तो पाकिस्तानी पक्ष के साथ मामले को मजबूती से उठाया जाता है क्योंकि इसमें जानमाल का नुकसान जुड़ा होता है।उन्होंने एक सवाल के उत्तर में कहा, ‘‘अकेले 2018 में पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की 1000 से अधिक घटनाएं हुई हैं। हमारा यह कहना है कि पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन का इस्तेमाल आतंकवादियों की हमारे क्षेत्र में घुसपैठ को कवर देने के लिए किया जाता है तथा हमने पूर्व में ऐसी घुसपैठों के परिणाम देखे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान को इसका अहसास होगा कि वह क्या कर रहा है और वह 2003 के संघर्षविराम समझौते का पालन करेगा।’’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की यह टिप्पणी एक आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि में आयी है जिसमें आज जम्मू कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास गश्त कर रहे दो सैनिक घायल हो गए।
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